भारतीय फुटबॉल को आगे बढ़ाने के लिए जमीनी स्तर पर निवेश एकमात्र तरीका: भूटिया

बेंगलुरू, आठ नवंबर (फुटबॉल न्यूज़) भारत के पूर्व फुटबॉल कप्तान बाइचुंग भूटिया का मानना ​​है कि देश में खेल को आगे ले जाने के लिए जमीनी स्तर पर विकास में निवेश ही एकमात्र रास्ता है।

भूटिया ने कहा कि देश में सभी उम्र के फुटबॉलरों को अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पर्याप्त प्रतिस्पर्धी मैच खेलने का मौका मिलना चाहिए।

भूटिया ने मंगलवार को एक कार्यक्रम के इतर पीटीआई से कहा, ‘‘आपको युवाओं, जमीनी स्तर के विकास में निवेश करने की जरूरत है और फिर इससे खिलाड़ियों और क्लब को फायदा होगा। इसी तरह देश में फुटबॉल का विकास होता है। अगर आप भारत में फुटबॉल को वास्तव में आगे ले जाना चाहते हैं तो यही एकमात्र तरीका है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें ग्रामीण इलाकों, जिलों और राज्य स्तर पर बच्चों तक पहुंचना होगा। दुख की बात है कि हम उन्हें प्रतिस्पर्धा का मौका नहीं दे रहे। बच्चे अपने स्वयं के आयु वर्ग के भीतर प्रशिक्षण और प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम नहीं हैं। यह सबसे बड़ी चुनौती है।’’

अपने जमाने के दिग्गज स्ट्राइकर भूटिया ने यूरोपीय क्लबों द्वारा अपनाए जाने वाले फॉर्मूले को अपनाने की भी वकालत की जो युवा प्रतिभाओं में निवेश करते हैं और उन्हें स्तरीय खिलाड़ी बनने के लिए तैयार करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘इस मॉडल को भारतीय फुटबॉल क्लबों द्वारा अपनाया जाना चाहिए। इस तरह आप जमीनी स्तर पर निवेश करते हैं। अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में बहुत सारे क्लब जमीनी स्तर से युवा प्रतिभा को अपने साथ जोड़ते हैं, उन्हें प्रशिक्षित करते हैं और फिर उन्हें यूरोप के बड़े क्लबों में बेचते हैं। वे वापस जाते हैं और अपने देश के लिए खेलते हैं और यहीं से देश को भी प्रतिभा का लाभ मिलता है।’’

भूटिया ने कहा, ‘‘इस तरह फुटबॉल बढ़ता है। यह वह मॉडल है जो मुझे लगता है कि वास्तव में मदद करता है।’’

भाषा 

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