पर्थ, 29 अक्टूबर (क्रिकेट न्यूज़) दिनेश कार्तिक के लिये यह अंतिम आईसीसी टूर्नामेंट हो सकता है जबकि 37 साल का यह विकेटकीपर बल्लेबाज 2007 में पहली बार वैश्विक टूर्नामेंट के लिये टीम का हिस्सा बना था।
वहीं 25 साल के ऋषभ पंत को अभी काफी वर्षों तक शीर्ष स्तर का क्रिकेट खेलना है। पंत ने नेट में अभ्यास के दौरान शुरू से अंत तक बल्लेबाजी की लेकिन अंतिम एकादश में उनके शामिल होने की संभावना अभी कम ही है।
दोनों विकेटकीपर बल्लेबाज अपने जीवन के अलग अलग चरण में हैं। कार्तिक ने कुछ विशेष ‘ब्लाइंट ड्रिल्स’ की ताकि लोग उनकी विकेटकीपिंग की आलोचना नहीं करें जो उनका अंतिम बड़ा टूर्नामेंट हो सकता है।
वहीं पंत के बल्लेबाजी सत्र के दौरान एक युवा का जुनून दिखा और राहुल द्रविड़ ने अपना ज्यादातर समय उनकी बल्लेबाजी को देखने में बिताया।
कभी कभार उन्होंने शार्दुल ठाकुर और मोहम्मद सिराज पर जोरदार शॉट्स लगाये। कभी वह चूक भी गये लेकिन उन्होंने अभ्यास जारी रखा।
भारत के नेट अभ्यास का केंद्र कार्तिक की अलग तरह की विकेटकीपिंग ड्रिल थी जो क्षेत्ररक्षण कोच टी दिलीप की निगरानी में की गयी।
‘ब्लाइंट ड्रिल’ ऐसा अभ्यास है जो विकेटकीपर की सतर्कता बढ़ाने के लिये की जाती है। इसके बाद कार्तिक ने कुछ कैच लपकने का भी अभ्यास किया।
बल्कि कोच राहुल द्रविड़ ने नेट गेंदबाजों (स्पिनरों) को स्टंप पर तेज गेंद डालने के लिये कहा जब कार्तिक विकेटकीपिंग कर रहे थे।
एक नेट गेंदबाज खिलेश ने कहा, ‘‘हमें भारतीय कोचों से निर्देश मिला कि तेज गेंद फेंको और स्टंप के करीब रखो, ज्यादा टर्न मत करो, जब कार्तिक विकेटकीपिंग कर रहे हों। हम ग्रेड क्रिकेट में इतनी तेज गेंदबाजी के आदी नहीं हैं लेकिन मजा आया। ’’
कार्तिक अपनी ड्रिल करते रहे जबकि पंत दूसरे नेट में बल्लेबाजी अभ्यास कर रहे थे।
इस वैकल्पिक ट्रेनिंग सत्र के दौरान मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा भी मौजूद थे और दूर से ही देख रहे थे।
भाषा
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