मध्यांतर के समय कोच की फटकार ने आंखें खोल दी: छेत्री

भुवनेश्वर, 19 जून (भाषा) राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि मुख्य कोच इगोर स्टिमक से मध्यांतर में मिली फटकार आंखें खोलने वाली थी जिसकी भारत को इंटरकॉन्टिनेंटल कप का खिताब जीतने के लिए जरूरत थी।

भुवनेश्वर, 19 जून (भाषा) राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा है कि मुख्य कोच इगोर स्टिमक से मध्यांतर में मिली फटकार आंखें खोलने वाली थी जिसकी भारत को इंटरकॉन्टिनेंटल कप का खिताब जीतने के लिए जरूरत थी।

भारत पहले हाफ में लेबनान के डिफेंस को भेदने में नाकाम रहा था लेकिन दूसरे हाफ में सुनील छेत्री के 87वें अंतरराष्ट्रीय गोल के अलावा लालियानजुआला छांगटे के गोल की मदद से रविवार रात फाइनल में लेबनान को 2-0 से हराकर इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीतने में सफल रहा।

छेत्री ने कहा, ‘‘मध्यांतर के समय बॉस ने फटकार लगाई। हम पिछले मैच के अपने प्रदर्शन के आसपास भी नहीं थे। यह आंखें खोलने वाला था जिसकी हमें जरूरत थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘काफी कुछ कहा गया जिनमें से कुछ को मैं यहां दोहरा नहीं सकता। लेकिन अहम बात यह है कि हमें पता था कि हमारे पास क्षमता है और अंत में हमें कोई पछतावा नहीं है। बेशक 2-0 से जीत दर्ज करने के बाद अब यह कहना आसान है लेकिन हम जीत से खुश हैं।’’

छेत्री टूर्नामेंट में भारत के प्रदर्शन से प्रभावित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘हम इंटरकॉन्टिनेंटल कप को पिछली बार जीत नहीं सके थे लेकिन यह जीत अच्छी थी। यह आसान नहीं था, लेकिन हम बहुत खुश हैं, खासकर टूर्नामेंट में हमारे खिलाफ कोई गोल नहीं होने के कारण।’’

मुख्य कोच स्टिमक ने स्वीकार किया कि वह लेबनान के खिलाफ शुरुआती 45 मिनट में अपनी टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं थे।

उन्होंने कहा, ‘‘हर मैच महत्वपूर्ण है, हर जीत महत्वपूर्ण है, विशेष रूप से जब आपके खिलाफ कोई गोल नहीं हो इसलिए मैं बहुत खुश हूं। लेकिन मैं आपको बता सकता हूं कि मैं मध्यांतर के समय बिल्कुल भी खुश नहीं था। हमने पहले 10 मिनट में अच्छा खेला और फिर हम पिछड़ गए।’’

क्रोएशिया के इस कोच ने कहा, ‘‘हमें उन्हें (लेबनान) 20 मिनट के आसपास खेल को नियंत्रित नहीं करने देना चाहिए था। यह सबसे अच्छा है कि मैं नहीं बताऊं कि मध्यांतर के समय क्या कहा गया लेकिन यह काम कर गया। दूसरे हाफ में लड़कों की प्रतिक्रिया शानदार थी। यह वह भारत है जिसे मैं देखना पसंद करता हूं।’’

स्टिमक ने कहा कि अगले साल 12 जनवरी से 10 फरवरी तक कतर की मेजबानी में होने वाले एएफसी एशियाई कप से पहले भारत को काफी काम करना है।

भारत को कड़े ग्रुप बी में ऑस्ट्रेलिया, उज्बेकिस्तान और सीरिया के साथ रखा गया है।

कोच ने कहा, ‘‘एएफसी एशियाई कप से पहले हमारे लिए काफी काम है। हमें बेहतर स्थिति, दौड़ने का समय, कब मैदानी फुटबॉल खेलना है और कब नहीं, यह समझने की जरूरत है।’’

स्टिमक ने कहा, ‘‘लेबनान में सात-आठ अच्छे मूव बनाए। यह ऑस्ट्रेलिया या उज्बेकिस्तान के खिलाफ नहीं हो सकता। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि हम आज कैसा खेले, यह महत्वपूर्ण है कि हम जनवरी (एशियाई कप में) में कैसा खेलते हैं।’’

भारत ने 2023 में अब तक छह मैच खेले हैं और किसी भी मैच में उसके खिलाफ गोल नहीं हुआ। अटैकिंग विंगर छांगटे का मानना है कि हाल के मैचों में मजबूत रक्षापंक्ति ने भारत की सफलता में अहम भूमिका निभाई है।

छांगटे ने कहा, ‘‘टीम को ट्रॉफी जीतने में मदद करके बहुत अच्छा लगता है। हालांकि हमारे जीतने का मुख्य कारण यह है कि हमारे डिफेंडर बहुत अच्छे हैं। रक्षापंक्ति में उनकी मजबूती हमें अग्रिम पंक्ति में अधिक स्वतंत्रता देती है।’’

भारत के सेंटर-बैक संदेश झिंगन छांगटे से सहमत दिखे।

झिंगन ने कहा, ‘‘अगर हम वैसे ही खेलते हैं जैसे हमने दूसरे हाफ में खेला तो हम कुछ भी कर सकते हैं। प्रत्येक टीम के लिए गोल नहीं गंवाना वह आधार पर है जिस पर आप कुछ भी खड़ा कर सकते हैं। अभी भी कुछ खामियां थीं और हम बेहतर कर सकते थे लेकिन हमें उन पर काम करने की जरूरत है।’’

Source: PTI News

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