ताइक्वांडो एथलीट शिवम शेट्टी विश्व चैंपियनशिप में प्रतिस्पर्धा करने का लक्ष्य रखते हैं।

शिवम शेट्टी, जो भारत रैंक नंबर 1 हैं, ने हाल ही में माउंट एवरेस्ट G2 ताइक्वांडो चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। कुल मिलाकर उन्होंने 13 राष्ट्रीय पदक और तीन अंतरराष्ट्रीय पदक जीते हैं।युवा एथलीट का लक्ष्य ताइक्वांडो विश्व चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई करना है। इस
विशेष साक्षात्कार में वह अपनी ताइक्वांडो यात्रा, माउंट एवरेस्ट G2 टूर्नामेंट में अपने अनुभव, प्रशिक्षण व्यवस्था और उनके भविष्य के लक्ष्य के बारे में बता रहें हैं।

Q 1) हमें अपनी ताइक्वांडो यात्रा के बारे में बताएं, आपको इस खेल से कैसे परिचित कराया गया और आपने इसे पेशेवर रूप से क्यो अपनाया?

मैं भारत रैंक-1 हूं और मूलत: कमजोर इम्युनिटी  वाला बच्चा था। स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करने के लिए ताइक्वांडो की शुरुआत की थीI
कुछ सकारात्मक परिणामों के बाद मैंने खेल में रुचि विकसित करना शुरू कर दिया। जूनियर नेशनल में मुझे लगा कि मुझमें और सीनियर अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों में ज्यादा अंतर नहीं है। तभी मैंने खेल को गंभीरता से लेने का फैसला किया।

Q 2) हाल ही में संपन्न माउंट एवरेस्ट G2 तायक्वोंडो चैम्पियनशिप में आपका अनुभव कैसा रहा?

यह मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से एक अद्भुत अनुभव था क्योंकि मुझे मंच पर सबसे ऊपर भारत का झंडा फहराने की खुशी है। टूर्नामेंट के दौरान मुझे कई भारतीय एथलीटों को हराना पड़ा, साथ ही नेपाल और पाकिस्तान की राष्ट्रीय टीम के खिलाडियों के साथ भी मुकाबला करना पड़ा। फाइनल में माउंट एवरेस्ट G2 ताइक्वांडो चैंपियनशिप के जीत के लिए मैंने पाकिस्तान के खिलाड़ी को हराया।

Q 3) आपने अपने करियर में किन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना किया है? आपने इन चुनौतियों पर कैसे काबू किया?

खेल में राजनीति और मेरे लिए चोटें मेरे करियर की सबसे बड़ी चुनौतियां हैं, लेकिन साथ में मेरे कोच और मेरे माता-पिता की मदद से उन्होंने मुझे सभी विपरीत परिस्थितियों से उबरने में मदद की।

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Q 4) 2020 में आप एल हसन ओपन में तीसरे स्थान पर रहे, इस टूर्नामेंट का अनुभव कैसा रहा और
यह इंडिया ओपन में आपके स्वर्ण पदक से कैसे भिन्न था?

ईमानदारी से कहूं तो इंडिया ओपन सभी शीर्ष खिलाड़ियों के साथ एक राष्ट्रीय चैंपियनशिप की तरह था जहां मुझे खुद को साबित करना था कि मैं भारत में सर्वश्रेष्ठ हूं। एल हसन कप जॉर्डन में आयोजित किया गया था इसलिए मुझे अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करना पड़ा क्योंकि प्रतियोगिता का स्तर बहुत कठिन था और यह भी मेरे लिए पूरी तरह से एक अलग अनुभव था।

Q5) आपकी कुछ ताइक्वांडो आदर्श कौन हैं जिनसे आप प्रेरित हुए हैं?

मेरे कोच पहले व्यक्ति थे जिनसे मैं शुरू में प्रेरित हुआ, फिर बाद में अपने करियर में मैंने देखना शुरू किया कोरिया से ली डे हून और ईरान से मिरहासेम होसैनी जो मेरी ताइक्वांडो आदर्श बन गए।

Q 6) आपके भविष्य के लक्ष्य क्या हैं और आप उन्हें कैसे प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं?

मेरा अब तक का मुख्य लक्ष्य विश्व चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों में प्रतिस्पर्धा करना है और साथ ही विश्व रैंकिंग हासिल करने की योजना है। व्यक्तिगत रूप से, मैं ओपन चैंपियनशिप में नियमित गति और अनुभव को बढ़ाना चाहता हूं ताकि मुझे मानसिक और शारीरिक रूप से तैयारी करने में मदद मिल सके।

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