कोच्चि, चार जनवरी (फुटबॉल न्यूज़) गोलकीपर अदिति चौहान का मानना है कि नई स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच स्वीडन की जेन टोर्नक्विस्ट के मार्गदर्शन में पिछले दो महीने में ट्रेनिंग से भारतीय महिला फुटबॉल टीम को आगामी एएफसी एशियाई कप से पहले फायदा मिला है।
जेन स्वीडन की पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और वह भारत के मौजूदा मुख्य कोच थॉमस डेनरबी के मार्गदर्शन में क्लब स्तर और राष्ट्रीय टीम में खेल चुकी हैं। संन्यास लेने के बाद वह स्ट्रेंथ एवं अनुकूलन कोच बन गईं।
अदिति का मानना है कि जेन के साथ सुबह का सत्र जिम में बिताने से मैदान पर उन्हें और अधिक फुर्तीला बनने में मदद मिली है।
अदिति ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की विज्ञप्ति में कहा, ‘‘जेन जब से टीम से जुड़ी हैं, उन्होंने बड़ा अंतर पैदा किया है। एक गोलकीपर के रूप में मैं मैदान पर अपनी मूवमेंट में बदलाव देख सकती हूं। मैं मजबूत महसूस कर रही हूं, मैं ऊंचा कूद पा रही हूं और मेरी किक में अधिक ताकत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह ये जानने से जुड़ा है कि मैदान पर अधिक ताकत दिखाने के लिए शरीर के किस हिस्से पर काम करना है।’’
अदिति ने कहा, ‘‘ये चीजें उन प्रतियोगिताओं में काफी मायने रखती हैं जहां आपको लगातार मैच खेलने होते हैं और उबरने के लिए अधिक समय नहीं होता। ’’
जेन ने कहा कि भारतीय खिलाड़ी मजबूत और अधिक फुर्तीली हुई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि एक बार मैदान पर नतीजे देखने के बाद खिलाड़ी स्ट्रेंथ और अनुकूलन का महत्व समझने लगे हैं।’’
भारत में दो महीने बिताने के दौरान ‘डोसा’ खाना पसंद करने लगी जेन ने कहा, ‘‘दो महीनों में उन्हें मैदान पर अंतर नजर आ रहा है- वे अधिक मजबूत, तेज और अधिक फुर्तीली हो गई हैं।’’
भाषा
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