जर्मनी ओपन में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे सिंधू, श्रीकांत और लक्ष्य

मुएलहेम आन डेर रुहर (जर्मनी), सात मार्च (बैडमिंटन न्यूज़) दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधू और विश्व चैंपियनशिप के पदक विजेता किदांबी श्रीकांत तथा लक्ष्य सेन मंगलवार से यहां शुरू हो रहे जर्मनी ओपन सुपर 300 बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगे।

सिंधू ने सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट का खिताब जीता जबकि लक्ष्य ने जनवरी में इंडिया ओपन सुपर 500 टूर्नामेंट का खिताब पहली बार अपने नाम किया। श्रीकांत हालांकि विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने के बाद कोविड-19 संक्रमण के कारण इंडिया ओपन से बाहर हो गए थे।

विश्व चैंपियनशिप 2019 में स्वर्ण पदक के बाद सिंधू को 2022 लखनऊ में सैयद मोदी टूर्नामेंट तक खिताब का इंतजार करना पड़ा। इस खिताब से दबाव कुछ कम हुआ होगा लेकिन सिंधू को पता है उन्हें यूरोपीय चरण में अपना शीर्ष प्रदर्शन करना होगा क्योंकि यह साल काफी व्यस्त है जिसमें राष्ट्रमंडल खेल और एशियाई खेल भी होने हैं।

सातवीं वरीय सिंधू अपने अभियान की शुरुआत थाईलैंड की दुनिया की 11वें नंबर की खिलाड़ी बुसानन ओंगबामरुंगफान के खिलाफ करेंगी। पहले मुकाबले में जीत के बाद सिंधू को डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट से भिड़ना पड़ सकता है। इस मुकाबले में जीत दर्ज करने पर सिंधू की संभावित भिड़ंत शीर्ष वरीय और ओलंपिक रजत पदक विजेता चीनी ताइपे की ताइ जू यिंग से होगी।

अच्छी फॉर्म में चल रहे विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक विजेता लक्ष्य ने मौकों का पूरा फायदा उठाया है। उन्होंने स्पेन के हुएलवा में कांस्य पदक और फिर जनवरी में इंडिया ओपन का खिताब जीता। पिछले महीने मलेशिया में एशियाई टीम चैंपियनशिप में भारतीय अभियान में सिर्फ वही प्रभावी प्रदर्शन कर सके।

लक्ष्य को पहले दौर में थाईलैंड के केंताफोन वेंगचारोन के खिलाफ खेलना है। पहला मुकाबला जीतने पर अल्मोड़ा के लक्ष्य को इंडोनेशिया के चौथे वरीय एंथोनी सिनिसुका गिनटिंग के खिलाफ उतरना पड़ सकता है।

दूसरी तरफ कोविड-19 के कारण इंडिया ओपन से बाहर रहे श्रीकांत ने इस संक्रमण से उबरते हुए ट्रेनिंग शुरू की और अब लय हासिल करने के लिए बेताब होंगे। इस आठवें वरीय भारतीय को अपने पहले मुकाबले में फ्रांस के ब्राइस लेवरडेज का सामना करना है। जीत दर्ज करने पर दूसरे दौर में उनकी भिड़ंत चीन के ल्यु गुआंग झू से हो सकती है जबकि तीसरे दौर में उनको शीर्ष वरीय और ओलंपिक चैंपियन विक्टर एक्सेलसेन के खिलाफ उतरना पड़ सकता है।

कोविड-19 से उबरने के बाद एचएस प्रणल ने विश्व चैंपियनशिप, इंडिया ओपन और सैयद मोदी अंतरराष्ट्रीय के रूप में लगातार तीन टूर्नामेंट के अंतिम आठ में जगह बनाई। उन्होंने जर्मनी ओपन के पहले ही दौर में सातवें वरीय एनजी का लोंग एंगस की कड़ी चुनौती का सामना करना होगा।

पिछले कुछ समय में चोट और बीमारी से परेशान रही लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल अपने अभियान की शुरुआत सिंगापुर की यिओ जिया मिन के खिलाफ करेंगी।

पिंडली की चोट के बाद पूर्ण फिटनेस हासिल करने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के पूर्व चैंपियन पारूपल्ली कश्यप को पहले दौर में थाईलैंड के युवा स्टार कुनलावुत वितिदसार्न से भिड़ना है।

इंडिया ओपन के रूप में अपना पहला सुपर 500 खिताब जीतने वाली सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की राष्ट्रमंडल खेलों की रजत पदक जोड़ी को पुरुष युगल के पहले दौर में चीन के ल्यु यू चेन और ओउ शुआन यी की जोड़ी का सामना करना होगा जबकि ध्रुव कपिला और एमआर अर्जुन अपना अभियान ओंग येउ सिन और तियो ई यी की सिंगापुर की छठी वरीय जोड़ी के खिलाफ शुरू करेंगे।

महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी का सामना नामी माम्सुयामा और चिहारू शिदा की जापान की पांचवीं वरीय जोड़ी से होगा जबकि त्रीसा जॉली और गायत्री गोपीचंद को पहले दौर में नीदरलैंड की देबोरा जिले और चेरिल सेनेन के खिलाफ खेलना है।

मिश्रित युगल में इशान भटनागर और तनीषा क्रास्टो तथा साई प्रतीक के और एन सिक्की रेड्डी भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे।

भाषा 

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