मध्यक्रम को मजबूती दे सकते हैं शुभमन गिल, विहारी और अय्यर में होगी दूसरे स्थान के लिये कड़ी टक्कर

नयी दिल्ली, 15 जनवरी (क्रिकेट न्यूज़) भारतीय टीम में बड़े फेरबदल की उम्मीद है जिसमें फॉर्म से जूझ रहे चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे टेस्ट टीम से बाहर कर दिये जायेंगे जिससे पंजाब के प्रतिभाशाली बल्लेबाज शुभमन गिल के मध्यक्रम को मजबूती प्रदान करेंगे।

भारत के दक्षिण अफ्रीका से मिली 1-2 की हार के बाद टीम में इस बदलाव के होने की संभावना है।

भारत की अगली टेस्ट श्रृंखला श्रीलंका के खिलाफ दो मैचों की सीरीज है जो 25 फरवरी से बेंगलुरू में शुरू होगी और इसमें खिलाड़ियों के लिये कम से कम मध्यक्रम के दो स्थानों में जगह बनाने का मौका होगा।

रोहित शर्मा के इस टेस्ट श्रृंखला के लिये फिट होने की उम्मीद है और वह लोकेश राहुल के साथ पारी के आगाज की जिम्मेदारी संभालेंगे।

गिल ज्यादातर सलामी बल्लेबाज के तौर पर खेले हैं लेकिन एक बार वह चोट से उबरकर खुद को उपलब्ध कराते हैं तो उम्मीद है कि टीम प्रबंधन और चयनकर्ता उन्हें विशेषज्ञ मध्यक्रम बल्लेबाज के तौर पर चुनेंगे।

पुजारा और रहाणे का राष्ट्रीय टीम से बाहर किया जाना निश्चित है। ये अपना स्थान तभी बचा सकते हैं जब कोच राहुल द्रविड़ चयन समिति को फॉर्म से बाहर चल रहे दोनों बल्लेबाजों को अंतिम मौका देने के बारे में कहें।

लेकिन अगर ऐसा होता है तो यह निश्चित रूप से सभी दावेदार युवाओं को निराश कर देगा जो अपने करियर में सही समय पर मौका नहीं दिये जाने से हताश महसूस कर रहे होंगे।

सुनील गावस्कर ने भारत-दक्षिण अफ्रीका श्रृंखला में कमेंटरी करते हुए कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि पुजारा और रहाणे को श्रीलंका श्रृंखला के लिये टीम से बाहर कर दिया जायेगा। श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी दोनों खेलेंगे। ’’

उन्हें कहते हुए सुना गया, ‘‘हम देखेंगे कि कौन तीसरे नंबर पर खेलता है। हनुमा विहारी पुजारा का स्थान ले सकते हैं और श्रेयस अय्यर रहाणे की जगह पांचवें नंबर पर खेल सकते हैं, लेकिन हमें देखना होगा। बहरहाल, मुझे लगता है कि श्रीलंका के खिलाफ श्रृंखला में दो स्थान निश्चित रूप से खाली होंगे। ’’

भारतीय टीम को मध्यक्रम में ऐसे बल्लेबाजों की जरूरत होगी जो स्वच्छंद बल्लेबाजी कर सकें और एक सत्र में काफी रन जुटा सकें।

कौशल, तकनीक और जज्बे को देखा जाये तो गिल इसमें बेहतर हैं। अगर गिल पांचवें नंबर पर खेलते हैं तो गेंद जब पुरानी हो जाये तब वह हालात का फायदा उठा सकते हैं।

हालांकि मध्यक्रम के दूसरे स्थान के लिये चयन थोड़ा पेचीदा होगा जिसमें श्रेयस अय्यर और हनुमा विहारी के बीच कड़ा मुकाबला होगा। दोनों का प्रदर्शन शानदार रहा है। विहारी ‘डिफेंसिव’ खिलाड़ी हैं जो संयमित बल्लेबाजी कर तकनीकी मजबूती देते हैं जो टेस्ट क्रिकेट की जरूरत है। इससे वह पुजारा की जगह तीसरे स्थान के लिये अच्छे विकल्प हैं लेकिन अगर सकारात्मक जज्बे की बात की जाये तो अय्यर निश्चित रूप से बेहतर विकल्प हैं।

पुजारा और रहाणे दोनों 33 साल के हैं और शायद दोनों को देखना होगा कि वे बल्लेबाजी में कहां गलत हो रहे हैं। पेशेवर क्रिकेटरों के साथ समस्या यह है कि अगर श्रृंखला के बीच में तकनीकी समस्या आ जाये तो इसे ठीक करना मुश्किल है और वे इसे दूर करने के लिये अपने तरीके से काम करते हैं।

लेकिन राष्ट्रीय टीम से ब्रेक शायद उन्हें अपनी खामियों और मजबूत वापसी के लिये काफी समय दे सकता है।

अच्छा होता अगर रणजी ट्राफी को फिर से स्थगित नहीं किया जाता क्योंकि इससे उन्हें बेहतरीन मैच अभ्यास का मौका मिल सकता था जिससे वे अपनी गलतियों को सही कर पाते क्योंकि मैच के दौरान गलतियां सही करना हमेशा बेहतर विकल्प होता है।

अगर ऐसा नहीं होता तो वे इंग्लिश काउंटी में खेल सकते हैं, हालांकि दोनों को शुरूआती चरण में काउंटी में खेलने से ज्यादा मदद नहीं मिली। हालांकि इन दोनों के लिये ज्यादा मौका नहीं दिखता क्योंकि काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ी खेलने के लिये इंतजार कर रहे हैं।

 भाषा 

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