नयी दिल्ली, 27 अप्रैल (भाषा) ग्रैंडमास्टर कोनेरू हम्पी, हरिका द्रोणावल्ली और आर वैशाली की तिकड़ी 2024-2025 फिडे महिला ग्रां प्री सीरीज में भारत की चुनौती की अगुवाई करेगी।
इस में भाग लेने वाली सभी 14 खिलाड़ियों ने क्वालीफाइंग शर्तों को पूरा करने के बाद महिला ग्रां प्री में अपने स्थान अर्जित किये हैं। शेष छह खिलाड़ियों को प्रत्येक छह टूर्नामेंट के आयोजकों द्वारा नामांकित किया जाएगा।
इस आयोजन में भाग लेने वाले खिलाड़ियों में क्लासिकल टाइम फॉर्मेट की तीन महिला विश्व चैंपियन तान झांग्ये (2017-2018), एलेक्जेंड्रा कोस्टेनीयुक (2008-2010) और मारिया मुजिकचुक (2015-2016) के साथ पूर्व रैपिड विश्व चैंपियन हम्पी, कैटरीना लैग्नो और अन्ना मुजिकुक भी शामिल हैं।
मौजूदा चैंपियन जू वेनजुन ग्रां प्री सीरीज में हिस्सा नहीं लेंगी। उनकी जगह महिला विश्व रैपिड और महिला विश्व ब्लिट्ज चैंपियनशिप 2018 उप विजेता सरसादत खदेमलशरीह को मिली है। वह अप्रैल 2024 फिडे रेटिंग सूची के अनुसार क्वालिफिकेशन हासिल करने की कतार में अगली खिलाड़ी थीं।
अक्टूबर 2023 में, फिडे ने महिला ग्रां प्री नियमों में बदलाव की घोषणा की। पिछली सीरीज की तुलना में, आगामी सीरीज में कई सुधार किये हैं।
टूर्नामेंटों की संख्या चार से बढ़कर छह हो गई है और प्रतिभागियों की संख्या 16 से बढ़कर 20 हो गई है। इसके अलावा, प्रतिभागियों के लिए पुरस्कार राशि भी बढ़ा दी गई है।
फिडे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एमिल सुतोव्स्की ने प्रतियोगिता के लिए क्वालीफाई करने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी और महिला शतरंज के लिए ग्रां प्री के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ फिडे के लिए मुख्य ध्यान वाले क्षेत्रों में से एक महिला शतरंज है। हम चाहते हैं कि अधिक महिलाएं खेलें। इसके साथ ही अधिक और बेहतर स्पर्धाएं हो। हमारी सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी इसकी हकदार हैं और नयी पीढ़ी के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने का काम करेगा।’’
Source: PTI News