मेलबर्न, 14 नवंबर (क्रिकेट न्यूज़) वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डेरेन सैमी ने सोमवार को कहा कि भारतीय क्रिकेटरों का विदेशी लीग में नहीं खेलना भी टी20 विश्वकप में उनके खराब प्रदर्शन का एक कारण है।
भारत के किसी भी सक्रिय खिलाड़ी को विदेशी टी20 लीग में खेलने की अनुमति नहीं है।
वेस्टइंडीज को 2012 और 2016 में टी20 विश्व कप का खिताब दिलाने वाले सैमी ने कहा कि इंग्लैंड को उसके खिलाड़ियों के विदेशी लीग विशेषकर ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश में खेलने का फायदा मिला।
सैमी ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा,‘‘विश्व भर की टी20 लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों ने वास्तव में अपनी चमक बिखेरी। आप भारत को देखिए जिसकी सबसे बड़ी टी20 लीग है लेकिन उसके खिलाड़ियों को उन खिलाड़ियों जैसा अनुभव नहीं है जो विश्व भर में विभिन्न लीग में खेल रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आप एलेक्स हेल्स, क्रिस जॉर्डन जैसे खिलाड़ियों को देखें जो कि बिग बैश में खेलते हैं। यह कोई संयोग नहीं है कि उन्होंने (इंग्लैंड) ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन किया। इंग्लैंड की टीम सबसे संपूर्ण टीम थी और वे चैंपियन बनने के सच्चे हकदार थे। उन्होंने सभी दबाव वाले मैचों में दिखाया कि उनके पास सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर टीम है।’’
इंग्लैंड ने रविवार को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर पाकिस्तान को पांच विकेट से हराकर टी20 विश्वकप का खिताब जीता। वह एकमात्र टीम है जिसके पास एक ही समय में वनडे और टी20 विश्व कप के खिताब हैं।
भाषा
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