नयी दिल्ली, 12 नवंबर (क्रिकेट न्यूज़) उप कप्तान अजिंक्य रहाणे न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में भारतीय टीम की अगुआई करेंगे और नियमित कप्तान विराट कोहली दूसरे टेस्ट में जिम्मेदारी संभालने के लिये लौट आयेंगे जबकि सभी प्रारूपों के कुछ बड़े स्टार खिलाड़ियों को बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) की कार्यभार प्रबंधन नीति के अनुसार श्रृंखला में पूर्ण आराम दिया गया है।
नव नियुक्त टी20 कप्तान और नियमित सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा, विकेटकीपर ऋषभ पंत और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी को कानपुर (25 से 29 नवंबर) और मुंबई (तीन से सात दिसंबर) में दो टेस्ट मैचों के लिये आराम दिया गया है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने एक बयान में कहा, ‘‘विराट कोहली दूसरे टेस्ट के लिये टीम से जुड़ जायेंगे और टीम की अगुआई करेंगे। ’’
मध्यक्रम के बल्लेबाज श्रेयस अय्यर ने ऑफ स्पिनर जयंत यादव के साथ टेस्ट टीम में वापसी की है। टेस्ट श्रृंखला से पहले तीन मैचों की टी20 श्रृंखला खेली जायेगी जो 17 नवंबर को जयपुर में शुरू होगी। कोहली ने अवकाश लेने का फैसला किया है जिससे वह टी20 श्रृंखला का हिस्सा नहीं होंगे।
टेस्ट टीम से बाहर होने वाले खिलाड़ियों में हनुमा विहारी का नाम शामिल है जिन्हें 16 सदस्यीय टीम (जो अगले टेस्ट में 17 खिलाड़ियों की होगी) में जगह नहीं दी गयी।
पता चला है कि विहारी को दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जाने वाली भारत ए टीम में शामिल किया गया है जिसमें उन्हें मुख्य टीम में दावा पेश करने के लिये तीन मैच खेलने को मिलेंगे। भारत ए टीम दिसंबर के अंतिम हफ्ते में श्रृंखला की शुरुआत करेगी।
बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी ने इसकी पुष्टि करते हुए पीटीआई से कहा, ‘‘हम विहारी को ए श्रृंखला के लिये दक्षिण अफ्रीका भेज रहे हैं और तीन ‘ए टेस्ट’ मैचों में उनके प्रदर्शन पर निगाह रखी जायेगी। ’’
चयन समिति के करीबी सूत्रों के अनुसार टेस्ट टीम के चयन के लिये विहारी के पिछले रिकार्ड को नहीं बल्कि मौजूदा लय को ध्यान में रखा गया।
विहारी ने काउंटी टीम वारविकशर के लिये पिछली छह प्रथम श्रेणी पारियों में 32, 52, 8, 0, 24, और नाबाद 43 रन बनाये हैं। हाल में सैयद मुश्ताक अली ट्राफी में उनकी चार पारियों का स्कोर 26, 7, 57 और 4 था।
समझा जा सकता है कि विहारी का रक्षात्मक खेल कार्यवाहक उप कप्तान चेतेश्वर पुजारा और रहाणे की तरह ही है जो क्रमश: तीसरे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे।
अय्यर को शामिल करने का कारण है कि वह दूसरी नयी गेंद पर जवाबी हमले वाली पारी खेल सकते हैं।
ऐसा ही मयंक अग्रवाल के साथ भी है, अगर उन्हें पारी का आगाज करने के चिर परिचित स्थान पर इस्तेमाल नहीं किया जाता तो उन्हें नीचे बल्लेबाजी के लिये उतारा जा सकता है।
दिलचस्प बात है कि टीम में सभी तीनों सलामी बल्लेबाज – केएल राहुल, अग्रवाल और शुभमन गिल – अपने करियर में कहीं न कहीं टेस्ट मैच और प्रथम श्रेणी मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी कर चुके हैं।
ऐसी संभावना है कि मध्यक्रम में अय्यर नहीं बल्कि अग्रवाल खेलेंगे।
अनुभवी ऋद्धिमान साहा (37 साल) को ग्रीन पार्क और वानखेड़े स्टेडियम में दो मैचों के दौरान पारंपरिक प्रारूप में साबित करने का एक और मौका मिलेगा जो इस टीम के सबसे ज्यादा उम्र के खिलाड़ी भी हैं।
अनुभवी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पहली पसंद होंगे, जिनके साथ अक्षर पटेल भी होंगे जिन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था।
जयंत एक ऑफ स्पिनर और मध्यक्रम बल्लेबाज हैं, जिनकी भी श्रृंखला में वापसी हुई है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 2016-17 में घरेलू श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन किया था।
तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई ईशांत शर्मा करेंगे जिसमें उमेश यादव और मोहम्मद सिराज शामिल हैं।
प्रसिद्ध कृष्णा टीम के चौथे तेज गेंदबाज हैं और विकेटकीपर केएस भरत को भी टेस्ट टीम में शामिल किया गया है।
भारतीय टेस्ट टीम इस प्रकार है : अजिंक्य रहाणे (कप्तान), केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा (उप कप्तान), शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), रविंद्र जडेजा, आर अश्विन, अक्षर पटेल, जयंत यादव, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा।