नॉर्थ साउंड (एंटीगा), छह फरवरी (क्रिकेट न्यूज़) भारत के अभूतपूर्व पांचवीं बार अंडर-19 विश्व कप खिताब जीतने के चंद लम्हों बाद राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के प्रमुख वीवीएस लक्ष्मण ने विश्व स्तरीय युवा ढांचा तैयार करने और बड़ी संख्या में प्रतिस्पर्धी आयु वर्ग के टूर्नामेंट का आयोजन करने के लिए भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की सराहना की।
टीम में कोविड-19 संक्रमण के मामले आने के कारण भारत का अभियान लगभग पटरी से उतर ही गया था लेकिन इसके बावजूद टीम ने जोरदार वापसी करते हुए फाइनल में इंग्लैंड को चार विकेट से हराकर आयु वर्ग के इस शीर्ष टूर्नामेंट में अपना दबदबा कायम रखा। भारत ने टूर्नामेंट के दौरान एक भी मुकाबला नहीं गंवाया।
लक्ष्मण ने जीत के बाद कहा, ‘‘मुझे लगता है कि बीसीसीआई की सराहना की जानी चाहिए। प्रत्येक खिलाड़ी को आयु वर्ग स्तर पर काफी मुकाबले खेलने को मिल रहे हैं, फिर चाहे यह अंडर-16 हो, अंडर-19 या फिर अंडर-23। दुर्भाग्य से कोविड-19 के कारण उन्हें कोई टूर्नामेंट खेलने को नहीं मिला और यही कारण है कि मुझे लगता है कि इस टूर्नामेंट में मिली जीत विशेष है।’’
इस जीत से खुश बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पूरी टीम के लिए नकद पुरस्कार राशि की घोषणा की।
गांगुली ने ट्वीट किया, ‘‘अंडर-19 टीम और सहयोगी स्टाफ तथा चयनकर्ताओं को इतने शानदार तरीके से विश्व कप जीतने के लिए बधाई। हमारी ओर से 40 लाख रुपये की नकद इनामी राशि की घोषणा प्रशंसा का एक छोटा सा प्रतीक है लेकिन उनके प्रयास बहुमूल्य है… बेहतरीन काम किया।’’
पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली की अगुआई में खेलने वाले लक्ष्मण टूर्नामेंट के लिए टीम के साथ वेस्टइंडीज में हैं।
लक्ष्मण ने कहा, ‘‘सबसे पहले चयन समिति को बहुत बहुत बधाई। यह नई चयन समिति है और इस समूह की पहचान करना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। इसके बाद कोचिंग स्टाफ को बधाई, मुख्य कोच के रूप में ऋषिकेश कानिटकर, साई राज, मुनीष और सहयोगी स्टाफ को ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने जिस तरह इस टीम को एकजुट किया, उन्होंने कड़ी मेहनत की, एशिया कप जीता और विश्व कप के लिए तैयारियां शानदार रहीं।’’
लक्ष्मण ने कहा, ‘‘लेकिन टूर्नामेंट के बीच में हम सभी को पता है कि खिलाड़ियों के साथ क्या हुआ। कोविड-19 के लिए पॉजिटिव आने के बाद उन्होंने जिस तरह का जज्बा और सकारात्मक रवैया दिखाया वह शानदार था।’’
लक्ष्मण ने इस जीत को टीम के खिलाड़ियों की यात्रा की सिर्फ शुरुआत बताया।
टूर्नामेंट के दौरान पहले मैच के बाद स्वयं कोविड पॉजिटिव पाए गए कप्तान यश धुल ने कहा कि उन्हें सही संयोजन उतारने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
टीम के अपने साथियों के साथ ‘लैप आफ आनर’ लगाने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिए गौरवपूर्ण लम्हा है कि हम इस उपलब्धि को हासिल करने में सफल रहे। टूर्नामेंट की शुरुआत में सही संयोजन के साथ उतरना मुश्किल था। लेकिन समय बीतने के साथ हम एक परिवार की तरह बन गए और टीम का माहौल अच्छा था।’’
मुख्य कोच कानिटकर ने टीम की अगुआई करते हुए उसे खिताब दिलाने के लिए धुल की सराहना की।
उन्होंने कहा, ‘‘यह काफी रोमांचक था लेकिन मैं नतीजे से खुश हूं। मुझे लगता है कि हमने इससे काफी कुछ सीखा। हम भी पहले बल्लेबाजी करना चाहते थे। पिच पर थोड़ी नमी थी।’’
कानिटकर ने कहा, ‘‘धुल ने टीम की अगुआई काफी अच्छी तरह की। वह काफी समझदार है। मुझे लगता है कि यह शानदार प्रतियोगिता थी, सभी टीम के लिए इतनी कम उम्र में प्रदर्शन करने का शानदार मंच। ’’
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरे इंग्लैंड ने 61 रन पर छह विकेट गंवा दिए थे लेकिन टीम 189 रन तक पहुंचने में सफल रही।
भारत की ओर से तेज गेंदबाजों राज बावा ने 31 रन देकर पांच जबकि रवि कुमार ने 34 रन देकर चार विकेट चटकाए।
भारत ने इसके जवाब में 14 गेंद शेष रहते छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।
इंग्लैंड के कप्तान टॉम प्रेस्ट ने मैच के बाद कहा कि उनकी टीम की नजरें इससे बेहतर शुरुआत पर टिकी थी।
उन्होंने कहा, ‘‘टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए हमें बेहतर शुरुआत की उम्मीद थी लेकिन जिस तरह जेम्स रीयू ने बल्लेबाजी करते हुए 95 रन बनाए, वह शतक के हकदार थे। हमने ऐसा स्कोर बना लिया था जो हमें लग रहा था कि हमें मैच में अच्छा मौका देगा।’’
प्रेस्ट ने कहा, ‘‘हमारे पास मजबूत गेंदबाजी आक्रमण है और पहले ही ओवर में विकेट हासिल करने से आत्मविश्वास बढ़ा। बेशक उन्होंने (भारत ने) काफी अच्छी बल्लेबाजी की। उन्होंने कुछ अच्छी साझेदारियां की इसलिए उन्हें श्रेय जाता है।’’
भाषा
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