मडगांव, 18 नवंबर (फुटबॉल न्यूज़) देश की शीर्ष फुटबॉल प्रतियोगिता इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में 2021-22 सत्र का आगाज शुक्रवार को यहां मौजूदा चैम्पियन एटीके मोहन बागान (एटीकेएमबी) और केरल ब्लास्टर्स के बीच मुकाबले के साथ होगा।
पिछले सत्र की तरह इस बार भी कोविड-19 महामारी के कारण लीग के पहले चरण के सभी मैच गोवा के तीन स्थलों पर खेले जायेंगे। नौ जनवरी तक चलने वाले लीग के पहले चरण के मैच मडगांव में जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, वास्को के तिलक मैदान और बम्बोलिम में जीएमसी एथलेटिक स्टेडियम में खेले जायेंगे।
इस सत्र में हालांकि एक बड़ा बदलाव यह होगा की सभी टीमों को कम से कम सात भारतीय खिलाड़ियों के साथ उतरना होगा। लीग के 2014 में शुरू होने के बाद से यह संख्या छह खिलाड़ियों की थी।
स्थानीय खिलाड़ियों की संख्या बढ़ने से देश की प्रतिभाओं को ज्यादा मौके मिलेंगे जिसका असर राष्ट्रीय टीम पर भी दिख सकता है।
विदेशी खिलाड़ियों की अधिकतम चार की सीमा एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) क्लब प्रतियोगिता नियमों के अनुसार है। इन चार खिलाड़ियों में से एक खिलाड़ी एएफसी के किसी सदस्य देश से होना चाहिये।
नये सत्र की शुरुआत की पूर्व संध्या पर एटीकेएमबी के कोच एंटोनियो हबास ने कहा कि उनकी टीम अपना नैसर्गिक खेल खेलेगी।
हबास ने कहा, ‘‘ हम प्रतिद्वंद्वी का पूरा सम्मान करते हैं। उनकी टीम के साथ इस बार नये कोच और कई नये खिलाड़ी है। ऐसे में हमें उनकी प्रतिभा के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं है । हमें उनके खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन का विश्लेषण करना होगा।’’
दूसरी ओर, केरल ब्लास्टर एफसी के मुख्य कोच इवान वुकोमानोविक इस टीम के खिलाफ इतिहास को दोहराने से रोकने की कोशिश करेंगे। ब्लास्टर्स की टीम ने दो बार एटीके मोहन बागान का सामना किया है और दोनों बार उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है।
उन्होंने कहा, ‘‘ हम ज्यादातर अपने आप पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि हम कैसे खेलेंगे । बेशक, हर खेल के दौरान, आपके पास ऐसे क्षण होते हैं जहां आपको आक्रमण करना होता है और आपको बचाव करना होता है। इसका मतलब यह नहीं है कि केवल एक टीम ऐसा करेगी।’’