बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश दिव्यांग क्रिकेट टीम को ₹10 करोड़ देने की घोषणा करी।
शेख कमाल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, कॉक्स बाजार, बांग्लादेश में आयोजित बंगाबंधु शेख मुजीब उर रहमान की 100 वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित बंगाबंधु 4 नेशन फिजिकली क्रिकेट टूर्नामेंट में भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम फाइनल मैच हार गई और बांग्लादेश टीम ने टूर्नामेंट में विजेता होने का गौरव प्राप्त किया। आज भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के कप्तान कैलाश प्रसाद ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम के 4 ऑलराउंडर खिलाड़ी जिनमें उपकप्तान चिराग गांधी, गुलामदीन, इमरान मलिक तथा मोहम्मद जावेद लीग मैचों में चोट ग्रस्त हो चुके थे। उसके बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम ने पहले खेलते हुए 20 ओवर में 5 विकेट पर 107 रन बनाए, जिसमें गुलामदीन 28, कैलाश प्रसाद 21, एमएस शिवा 23 और सचिन शिवा 24 रनों का योगदान रहा। बांग्लादेश की तरफ से वोवेन ने 2 सज्जाद और रसल ने एक-एक विकेट लिया।
जवाब में खेलने उतरी बांग्लादेश दिव्यांग क्रिकेट टीम ने जीत का लक्ष्य 12 ओवर में 1 विकेट खोकर आसानी से प्राप्त कर लिया। बांग्लादेश की जीत में काजोल के 62, सुमित के 26 और जावेद के 19 रनों का योगदान रहा। भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम की तरफ से रितेश वालिया ने एकमात्र विकेट लिया। मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार काजोल को दिया गया।
इससे पूर्व बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना मैच के आठवें ओवर मैं वर्चुअल उपस्थित होकर प्रधानमंत्री कार्यालय से मैच देख रही थी। मैच समाप्ति के उपरांत प्रधानमंत्री शेख हसीना ने बांग्लादेश क्रिकेट एसोसिएशन फॉर फिजिकली चैलेंज्ड को दिव्यांग क्रिकेट संचालन करने के लिए ₹10 करोड़ देने की घोषणा करी और प्रत्येक खिलाड़ी को पांच ₹5 लाख व्यक्तिगत देने की घोषणा करी। रु 10 करोड़ की घोषणा होने के साथ ही शेख कमाल अंतरराष्ट्रीयक्रिकेट स्टेडियम में उपस्थित जनसमूह खुशी से झूम उठा।
पुरस्कार वितरण खेल मंत्री, बांग्लादेश सरकार जाहिद अहसान रसल द्वारा किया गया। इस अवसर पर बांग्लादेश क्रिकेट एसोसिएशन फॉर फिजिकल चैलेंज के अध्यक्ष शेख अब्दुस सलाम, नेशनल पैरालंपिक कमिटी के महासचिव मकसूद उर रहमान, दिव्यांग क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी हारून रशीद, सीईओ ग़ज़ल खान और अध्यक्ष मुकेश कंचन उपस्थित रहे।
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