मुंबई, 28 अप्रैल (क्रिकेट न्यूज़) मैच की अंतिम गेंद पर विजयी छक्के सहित चार गेंद में तीन छक्के जड़कर किसी भी बल्लेबाज को अपनी उपलब्धि पर गर्व होगा लेकिन गुजरात टाइटंस के अफगानिस्तान के स्टार क्रिकेटर राशिद खान ने कहा है कि उन्हें इस तरह का प्रदर्शन करने का भरोसा था क्योंकि वह पिछले दो साल से अपनी बल्लेबाजी पर काम कर रहे हैं।
अपनी शानदार लेग स्पिन के लिए पहचाने जाने वाले राशिद ने बुधवार रात 11 गेंद में नाबाद 31 रन की पारी खेली और इस दौरान तेज गेंदबाज मार्को जेनसन की चार गेंद पर तीन छक्के जड़कर सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ गुजरात टाइटंस को जीत दिलाई।
टाइटंस को 196 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अंतिम ओवर में जीत के लिए 22 रन की दरकार थी। राहुल तेवतिया (21 गेंद में नाबाद 40) ने पहली गेंद पर छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर एक रन लिया जिसके बाद राशिद ने टीम को जीत दिला दी।
राशिद ने अपनी बल्लेबाजी के संदर्भ में कहा, ‘‘यह काफी अच्छा अहसास है.. जब आप मैदान पर उतरते हो तो आपके अंदर आत्मविश्वास होना चाहिए, मजबूत रहिए और शॉट खेलिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उनके खिलाफ (अपनी पूर्व टीम सनराइजर्स हैदराबाद) जीत हासिल करके खुशी हुई लेकिन मैं सिर्फ अपना खेल खेलने का प्रयास कर रहा था और मुझे अपनी बल्लेबाजी पर भरोसा था जिस पर मैं पिछले दो साल से काम कर रहा हूं।’’
अंतिम ओवर में उनके और तेवतिया के बीच बातचीत के बारे में पूछे जाने पर राशिद ने कहा, ‘‘जब 22 रन बनाने थे तो मैंने तेवतिया से सिर्फ इतना कहा कि हमने अंतिम ओवर में 25 रन दिए जबकि हमारा सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज (लॉकी फर्ग्युसन) गेंदबाजी कर रहा था। हमें बस अपने ऊपर भरोसा होना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगर एक गेंद छूट जाए तो इसके बारे में नहीं सोचना और डरना नहीं है। मजबूत रहना है और हमें मैच को खत्म करना है या जितना संभव हो उतना करीब लेकर जाना है क्योंकि इससे हमें रन रेट में मदद मिल सकती है।’’
तेवतिया ने भी राशिद से सहमति जताते हुए कहा कि अतीत में ऐसी स्थिति में खेलने के अनुभव से मदद मिली।
तेवतिया ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘हमें अंतिम ओवर में 22 रन की जरूरत थी। राशिद भाई ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। मैंने कहा कि अगर मैं पहली गेंद पर छक्का लगा दूं तो हम मैच को करीब ले जा सकते हैं। मैंने कहा कि मैं छक्का जड़ने का पूरा प्रयास करूंगा और फिर देखते हैं कि क्या होता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अपनी घरेलू टीम (हरियाणा) के लिए भी इसी क्रम पर बल्लेबाजी करता हूं और मैंने ऐसी स्थिति का पहले भी सामना किया है। जब आईपीएल में दो साल पहले मुझे यह जिम्मेदारी मिली तो मैंने अपनी टीम हरियाणा और आईपीएल के लिए ऐसी स्थिति में होने का काफी अभ्यास किया, विशेषकर डेथ ओवरों में।’’
तेवतिया ने कहा, ‘‘अगर आपको अंतिम चार या पांच ओवर में 40 से 50 रन की जरूरत है तो आपको चुनना होगा कि गेंदबाज की किस गेंद पर शॉट खेलना है।’’
यह पूछने पर कि उन्होंने अंतिम ओवर की दूसरी गेंद पर एक रन क्यों लिया, तेवतिया ने कहा, ‘‘राशिद भाई काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं और उन्होंने पहले भी हमें बल्ले से मैच जिताया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उनकी क्षमता पर कोई संदेह नहीं था इसलिए मैंने सोचा कि मैं बाउंड्री लगाने का प्रयास करूंगा और रन दौड़ने के लिए भी तैयार रहूंगा।’’
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