एमएमए में मानसिक मजबूती भी शारीरिक फिटनेस जितनी अहम : रितु फोगाट

नयी दिल्ली, 15 सितंबर (भाषा) भारत की पहलवान से ‘मार्शल आर्ट फाइटर’ बनीं रितु फोगाट को लगता है कि ‘मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स’ (एमएमए) में मानसिक मजबूती भी शारीरिक फिटनेस जितनी ही अहम है।

यह भारतीय 29 सितंबर को सिंगापुर में ‘वन 161’ से सर्कल में वापसी करेंगी जिसमें वह घरेलू प्रबल दावेदार और पूर्व ‘वन’ महिला स्ट्रावेट विश्व खिताब चैलेंजर टिफनी टियो से भिड़ेंगी।

फोगाट का जीत का रिकॉर्ड 7-2 का है जो शानदार है। उन्होंने कहा, ‘‘जीतने के लिये मैं अपनी योजना पर डटे रहने की कोशिश करती हूं जो बहुत महत्वपूर्ण है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैचों के दौरान शारीरिक रूप से मजबूत होने के बजाय मानसिक रूप से मजबूत होना ज्यादा महत्वपूर्ण है। ’’

अठाईस साल की यह खिलाड़ी पिछली बार बीते साल दिसंबर में ‘वन वुमैन्स एटमवेट’ विश्व ग्रां प्री के फाइनल में खेली थीं जिसमें वह हार गयी थीं।

उन्होंने कहा, ‘‘पिछली हार से मैं मानसिक रूप से ज्यादा प्रभावित नहीं हुई थी। जीतना और हारना खेल का हिस्सा है। ’’

भाषा नमिता पंत

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