नवी मुंबई, चार अप्रैल (क्रिकेट न्यूज़) सुरेश रैना को निश्चित तौर पर याद नहीं होगा कि वह 2014 में उप्पल के एचसीए स्टेडियम में हैदराबाद के क्रिकेट कोच सलाम बायश या 12 साल के किसी बच्चे से मिले थे।
चेन्नई सुपरकिंग्स को अगले दिन सनराइजर्स हैदराबाद का सामना करना था और रैना ने इस दौरान 12 साल के नंबूरी ठाकुर तिलक वर्मा से पांच मिनट बात की और उसके साथ फोटो खिंचवाई। इस मुलाकात का तिलक वर्मा पर गहरा असर पड़ा।
अब आठ साल बाद 20 साल के बाएं हाथों के बल्लेबाज तिलक वर्मा की बल्लेबाजी से निश्चित तौर पर रैना के चेहरे पर खुशी होगी। तिलक वर्मा ने रविचंद्रन अश्विन पर रिवर्स स्वीप से छक्का भी जड़ा।
बायश ने उस दिन को याद करते हुए कहा, ‘‘मेरा एक मित्र स्थानीय मैनेजर था। मैंने अभ्यास देखने की स्वीकृति के लिए उसकी मदद की और तिलक को अपने साथ ले गया।’’
मुंबई इंडियन्स की टीम में शामिल अपने शिष्य के बारे में इस कोच ने कहा, ‘‘मुझे याद है कि तिलक सुरैना रैना को बल्लेबाजी करते हुए देखकर काफी प्रभावित था। उसने एक बार भी उसके ऊपर से आंख नहीं हटाई और रैना के प्रत्येक शॉट को देखा। इसके बाद हमने उसके साथ तस्वीर खिंचवाई और मुझे लगता है कि रैना के साथ वह ‘विशेष मुलाकात’ तिलक के यह फैसला करने के लिए पर्याप्त थी कि वह क्रिकेटर बनेगा।’’
मुंबई इंडियन्स को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा लेकिन तिलक ने 61 रन की पारी खेलकर सभी का ध्यान खींचा। मुख्य कोच महेला जयवर्धने ने भी उनकी सराहना की।
तिलक वर्मा के पिता बिजली का काम करते हैं और उनका मानना है कि एक करोड़ 70 लाख रुपये का अनुबंध मिलने से उन्हें अपने माता-पिता को बेहतर जीवन देने में मदद मिलेगी। तिलक वर्मा का कहना है कि उनके माता-पिता ने उनके सपने के साकार होने के लिए काफी बलिदान दिए हैं।
भाषा
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