सूरत, 24 सितंबर (टेबल टेनिस न्यूज़) गुजरात के हरमीत देसाई और पश्चिम बंगाल की सुतिर्था मुखर्जी ने शनिवार को यहां शानदार प्रदर्शन की बदौलत क्रमश: पुरूष और महिला एकल टेबल टेनिस स्पर्धा में शीर्ष वरीय जी साथियान और मनिका बत्रा को हराकर उलटफेर करते हुए राष्ट्रीय खेलों के फाइनल्स में जगह बनायी।
हरमीत ने साथियान को 4-2 से मात दी और सुतिर्था ने भी इसी अंतर से मनिका को पराजित किया।
फिर इसके बाद के सत्र में मानुष शाह और कृत्विका सिन्हा रॉय ने गुजरात के लिये मिश्रित युगल स्पर्धा का स्वर्ण पदक अपने नाम किया जिससे खचाखर्च भरे स्टेडियम में दर्शकों ने उनके लिये खड़े होकर तालियां बजायीं।
सुबह के सत्र में भारतीय टीम के दो खिलाड़ियों ने दर्शकों का खूब मनोरजंन किया।
हरमीत को घरेलू दर्शकों का पूरा समर्थन मिला जिससे उन्होंने शुरूआती गेम में दुनिया के 37वें नंबर के खिलाड़ी साथियान पर 8-0 की बढ़त बना ली थी।
साथियान जब तक वापसी कर पाते स्थानीय नायक हरमीत ने 2-0 से बढ़त बना ली थी। शीर्ष वरीय साथियान ने हालांकि अगले दो गेम जीतकर पिछले चरण के रजत पदक विजेता पर 2-2 की बराबरी हासिल कर ली। लेकिन हरमीत का आत्मविश्वास नहीं डगमगाया।
वह अपने मजबूत रक्षण की बदौलत और रणनीति पर डटे रहकर फाइनल में पहुंचे। उन्होंने पिछले हफ्ते भी गुजरात को पुरूष टीम स्पर्धा का स्वर्ण दिलाने में मदद की थी।
फाइनल में दोनों खिलाड़ी गुजरात के हो सकते थे लेकिन हरियाणा के सौम्यजीत घोष ने एक गेम से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए दूसरे सेमीफाइनल में मानुष शाह को 4-1 से हरा दिया।
महिलाओं के एकल सेमीफाइनल में सुतिर्था दिन के पहले मैच में मनिका पर पूरी तरह से दबदबा बनाये थीं।
उन्होंने मनिका के बैकहैंड का प्रभावशाली ढंग से सामना किया और पहले दो गेम में बढ़त बना ली। मनिका ने वापसी कर तीसरा गेम जीत लिया।
अगले दो गेम में दोनों ने एक एक अपने नाम किया। पर फिर सुतिर्था ने छठे गेम में 5-1 की बढ़त बनाकर इसे जीत कर फाइनल में प्रवेश किया।
टीम का स्वर्ण पदक जीतने वाली सुतिर्था महिला युगल के भी फाइनल में पहुंच चुकी हैं। अब वह एकल स्वर्ण पदक मैच में दूसरी वरीय और राष्ट्रीय चैम्पियन श्रीजा अकुला के सामने होंगी। तेलंगाना की श्रीजा ने दूसरे सेमीफाइनल में महाराष्ट्र की दिया चिताले को 4-1 से हराया था।
शाह और कृत्विका सिन्हा राय ने मिश्रित युगल फाइनल में तेलंगाना की श्रीजा और एफआर स्नेहित पर सीधे गेमों में 11-8, 11-5, 11-6 से जीत दर्ज की जिससे गुजरात ने खेलों में पहला व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीता।
दोनों कांस्य पदक पश्चिम बंगाल के नाम रहे।
भाषा
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