राष्ट्रमंडल खेलों की मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को आसान ड्रॉ

नयी दिल्ली, एक जून (बैडमिंटन न्यूज़) गत चैंपियन भारत की राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन स्पर्धा के नॉकआउट चरण की राह आसान हो सकती है क्योंकि मिश्रित टीम स्पर्धा के ग्रुप एक में उसे आस्ट्रेलिया, श्रीलंका और पाकिस्तान के साथ रखा गया है।

बर्मिंघम में 29 जुलाई से आठ अगस्त तक होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों की बैडमिंटन प्रतियोगिता में मिश्रित टीम स्पर्धा के अलावा व्यक्तिगत वर्ग के मुकाबले होंगे।

मिश्रित टीम स्पर्धा का फाइनल दो अगस्त को होगा।

मिश्रित टीम स्पर्धा में कुल 16 टीम हिस्सा लेंगी और इन्हें चार-चार टीम के चार ग्रुप में बांटा गया है। प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष दो टीम नॉकआउट चरण में जगह बनाएंगी।

बर्मिंघम में मार्च में ड्रॉ निकाला गया था लेकिन नाइजीरिया की टीम मई की शुरुआत में प्रतियोगिता से हट गई जिसके बाद उसकी जगह जांबिया को दिए जाने की पुष्टि हुई है।

गोल्ड कोस्ट में पिछले राष्ट्रमंडल खेलों के फाइनल में भारत के हाथों शिकस्त झेलने वाले पांच बार के चैंपियन मलेशिया को ग्रुप चार में दक्षिण अफ्रीका, जमैका और जांबिया के साथ रखा गया है।

वर्ष 1966 से टीम स्पर्धा के शुरुआती आठ स्वर्ण पदक जीतने वाले इंग्लैंड को ग्रुप दो में सिंगापुर, मॉरिशस और बारबडोस के साथ जगह मिली है जबकि ग्रुप तीन में कनाडा, स्कॉटलैंड, मालदीव और युगांडा शामिल हैं।

टीम प्रतियोगिता के प्रत्येक मुकाबले में पांच मैच होंगे जिसमें पुरुष और महिला एकल के अलावा तीन युगल (पुरुष युगल, महिला युगल और मिश्रित युगल) मैच होंगे।

विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के अध्यक्ष पॉल एरिक हॉयर ने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल खेलों का अहसास अलग होता है। इसमें बैडमिंटन के पारंपरिक दिग्गज टीमों के अलावा ऐसी टीम भी हिस्सा लेती हैं जिन्होंने हाल में अपनी छाप छोड़ी है। इसमें विभिन्न शैलियों की विविधता देखने को मिलती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं प्रतियोगिता में हिस्सा ले रही सभी टीम को शुभकामनाएं देता हूं।’’

भाषा

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