मुंबई, तीन मई (क्रिकेट न्यूज़) न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान डेनियल विटोरी और दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर इमरान ताहिर का मानना है कि ‘वाइड’ और ऊंचाई की नोबॉल को भी निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) के दायरे में रखना चाहिए।
इन दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने अपनी यह राय राजस्थान रॉयल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) मैच के दौरान घटी घटना के बाद रखी।
सोमवार को खेले गये इस मैच में रॉयल्स को अंतिम दो ओवर में 18 रन का बचाव करना था। उसके कप्तान संजू सैमसन 19वें ओवर में बल्लेबाज के अपने स्थान से हटने के बावजूद अंपायर नितिन पंडित द्वारा तीन नोबॉल दिये जाने से नाखुश दिखे। उन्होंने विरोध के लिये मजाकिया तरीका अपनाते हुए एक अवसर पर ‘रिव्यू’ के लिये भी कहा।
इससे वाइड और कमर की ऊंचाई की नोबॉल के लिये डीआरएस का सहारा लेने को लेकर चर्चा छिड़ गयी और विटोरी ने फिर से इस मामले में अपनी बात रखी।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के कोच विटोरी ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि कभी इस पर वास्तव में विचार किया गया। निश्चित तौर पर (खिलाड़ियों को वाइड के लिये डीआरएस लेने की अनुमति मिलनी चाहिए।) खिलाड़ियों को इस तरह के अहम मसलों पर फैसला करने की छूट होनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज थोड़ा भिन्न था क्योंकि ऐसा लग रहा था कि केकेआर जीत जाएगा लेकिन हमने कई बार देखा है कि गेंदबाजों के खिलाफ फैसले गये हैं। इसलिए खिलाड़ियों के पास ऐसी गलतियों को सुधारने का कोई तरीका होना चाहिए। गलतियां सुधारने के लिये ही डीआरएस लाया गया। खिलाड़ी गलती का सही अनुमान लगाते हैं।’’
राजस्थान रॉयल्स की टीम इससे पहले दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच के दौरान कमर की ऊंचाई की नोबॉल के विवाद में भी शामिल थी।
दिल्ली की टीम को 223 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए अंतिम ओवर में 36 रन चाहिए थे। रोवमैन पॉवेल ने पहली तीन गेंदों पर छक्के लगाये। इनमें से तीसरी गेंद कमर की ऊंचाई पर की गयी फुलटॉस थी। मैदानी अंपायरों ने उसे नोबॉल नहीं दिया और ना ही तीसरे अंपायर की मदद ली थी।
इससे अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गयी क्योंकि दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने अपने बल्लेबाजों को वापस बुला दिया था और उसके सहायक कोच प्रवीण आमरे मैदान पर चले गये थे जिसके कारण उन पर एक मैच का प्रतिबंध लगा था।
चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व गेंदबाज ताहिर ने कहा, ‘‘हां, (डीआरएस) क्यों नहीं लिया जाए। मैच में गेंदबाजों के लिये कुछ खास नहीं होता है। जब बल्लेबाज आप पर मैदान के चारों तरफ शॉट लगा रहा हो तो आपके पास क्रीज के बाहर की तरफ यार्कर या लेग ब्रेक करने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है। यदि इसे वाइड दे दिया जाता है तो आप मुश्किल में पड़ जाते हो।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह करीबी मामला था। सैमसन इससे नाखुश था। यह वाइड हो भी सकती थी और नहीं भी हो सकती थी। मुझे नहीं लगता कि यह बड़ा मसला होना चाहिए। कोलकाता अच्छा खेला और उसने यह मैच जीता लेकिन हां ‘रिव्यू’ होना चाहिए।’’
भाषा
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