पुणे , एक मई (क्रिकेट न्यूज़) सलामी बल्लेबाज रूतुराज गायकवाड़ और डेवोन कोंवे के बीच पहले विकेट के लिये इस सत्र की सबसे बड़ी 182 रन की साझेदारी और मुकेश चौधरी के चार विकेट की मदद से चेन्नई सुपर किंग्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के मैच में रविवार को सनराइजर्स हैदराबाद को 13 रन से हराकर जीत की राह पर वापसी की ।
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर दो विकेट पर 202 रन बनाये । गायकवाड़ शतक से एक रन से चूक गए लेकिन 57 गेंद में 99 रन की आक्रामक पारी खेली जिसमें छह चौके और छह छक्के शामिल थे । वहीं कोंवे ने 55 गेंदों में 85 रन की नाबाद पारी खेली जिसमें आठ चौके और चार छक्के शामिल थे ।
जवाब में सनराइजर्स 20 ओवर में छह विकेट पर 189 रन ही बना सकी । निकोलस पूरन 64 रन बनाकर नाबाद रहे जबकि कप्तान केन विलियमसन ने 47 रन बनाये ।
चेन्नई के लिये चौधरी ने 46 रन देकर चार विकेट लिये जबकि मिशेल सेंटनेर और ड्वेन प्रिटोरियस को एक एक विकेट मिला ।
खराब फॉर्म से बेजार रविंद्र जडेजा के कप्तानी छोड़ने के बार फिर चेन्नई की कमान महेंद्र सिंह धोनी को सौंपी गई जिन्होंने जीत के साथ वापसी की । चेन्नई के अब छह अंक है और पांच मैच बाकी है यानी प्लेआफ की राह बहुत मुश्किल है । वहीं सनराइजर्स दस अंक लेकर चौथे स्थान पर है ।
अभिषेक शर्मा (39 ) और विलियमसन ने सनराइजर्स को अच्छी शुरूआत दी लेकिन चौधरी ने शर्मा को लांग आन पर प्रिटोरियस के हाथों लपकवाया जबकि राहुल त्रिपाठी खाता खोले बिना ही कैच देकर लौट गए ।
एडेन मार्कराम ने दो छक्के लगाये लेकिन मिशेल सेंटनेर का शिकार हुए । पूरन और विलियमसन के क्रीज पर रहने के समय मुकाबला बराबरी का लग रहा था । विलियमसन 16वें ओवर में प्रिटोरियस की गेंद पर आउट हो गए । वहीं पूरन अकेले किला लड़ाते रहे लेकिन कामयाबी नहीं मिली ।
इससे पहले चेन्नई के गायकवाड़ ने बैकफुट पर शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए सनराइजर्स के किसी भी गेंदबाज को नहीं बख्शा । दूसरी ओवर कोंवे ने उनका बखूबी साथ निभाया और आखिरी ओवरों में जमकर रन कूटे ।
भुवनेश्वर कुमार ने चार ओवर में 22 रन दिये लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिल सकी । वहीं पिछले मैच में पांच विकेट चटकाने वाले तेज गेंदबाज उमरान मलिक ने चार ओवर में 48 रन दे डाले और उन्हें कोई सफलता नहीं मिली । टी नटराजन ने दो विकेट लिये लेकिन 42 रन भी दिये ।
गायकवाड़ ने मार्को जानसेन को फाइन लेग में दो छक्के लगाकर अपने हाथ खोले । पावरप्ले के बाद चेन्नई का स्कोर बिना किसी नुकसान के 40 रन था ।
कोंवे ने एडेन मार्कराम को फाइनल लेग में चौका और उनके सिर के ऊपर से छक्का लगाकर रनगति को बढाना जारी रखा । मलिक ने इस टूर्नामेंट की सबसे तेज गेंद भी डाली लेकिन गायकवाड़ ने उन्हें दो छक्के लगाकर 33 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया ।
इसके बाद उन्होंने 11वें ओवर में मार्कराम को दो छक्के लगाकर टीम को 100 रन के पार पहुंचाया ।
कोंवे ने अपने स्वीप शॉट्स का बखूबी इस्तेमाल किया और 39 गेंद में अपना अर्धशतक 15वें ओवर में जानसेन को छक्का लगाकर पूरा किया । उन्होंने इस ओवर में एक और छक्का जड़कर 20 रन निकाले ।
गायकवाड़ हालांकि प्वाइंट में आसान कैच थमाकर ‘नर्वस नाइंटीज’ का शिकार हो गए । दोबारा कप्तान बने महेंद्र सिंह धोनी तीसरे नंबर पर उतरे लेकिन नटराजन की गेंद पर मलिक को कैच देकर लौट गए ।
भाषा
ये भी पढ़े : चेन्नई सुपर किंग्स के दो विकेट पर 202 रन (आईपीएल)