नयी दिल्ली, नौ जनवरी (फुटबॉल न्यूज़) भारतीय महिला फुटबॉल खिलाड़ी दलिमा छिब्बर ने कहा कि आगामी एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) महिला एशियाई कप में टीम को ब्राजील और स्वीडन के दौरों से मिले अनुभव का काफी फायदा मिलेगा।
इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट का आयोजन 20 जनवरी से छह फरवरी तक मुंबई, नवी मुंबई और पुणे में होगा। भारतीय टीम मुख्य कोच थॉमस डेनेरबी की देखरेख में अभ्यास कर रही है
छिब्बर ने एआईएफएफ (अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ) टीवी से कहा, ‘‘ अब बहुत कुछ बदल गया है, खासकर ब्राजील, स्वीडन, तुर्की जैसे देशों में हमने जो मुकाबले खेले है उससे काफी मदद मिलेगी। हमें वहां से काफी कुछ सीखने को मिला। ये ऐसे देश है जहां फुटबॉल संस्कृति का हिस्सा है। हम यह समझने में सफल रहे कि फुटबॉल उनकी जिंदगी में क्या मायने रखता है। ’’
उन्होंने कहा कि डेनेरबी ने पिछले अगस्त में भारतीय सीनियर टीम की कमान संभालने से पहले अपने देश स्वीडन और नाइजीरिया की टीमों को कोचिंग दी है। उन्हें इससे खिलाड़ियों की मानसिकता समझने में आसानी हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोच ने हमें बहुत आत्मविश्वास दिया है। वह हर मैच से पहले हमारा हौसला बढ़ाते हैं। वह हमें बताते है कि हम सभी किस तरह से सक्षम हैं। वह और दूसरे सहयोगी सदस्य सभी खिलाड़ियों पर भरोसा करते हैं। व्यक्तिगत रूप से संघर्ष करने को लेकर मेरा आत्मविश्वास काफी बढ़ा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ उन्होंने टीम की मानसिक मजबूती को बढ़ाया है। खेल के शारीरिक से लेकर रणनीतिक पहलू तक खिलाड़ियों की दृढ़ता बढ़ी है। हम खेल के हर हिस्से पर विस्तार से ध्यान देने में सफल रहे हैं। हम सुधार करने में सफल रहे हैं। हम एक टीम के रूप में एक साथ आने और एशियाई कप तक अपने खेल में सुधार करने में सक्षम रहे हैं।’’
भारतीय टीम इस महाद्वीपीय टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन कर के 2023 फीफा विश्व कप का टिकट पाने की कोशिश करेगी।
उन्होंने कहा, ‘‘हमारा सपना फीफा विश्व कप तक पहुंचने का है। इसलिए जब हम ब्राजील के खिलाफ खेलने के लिए ब्राजील गए, तो यह एक सपना सच होने जैसा था। ब्राजील की तरह उन टीमों के खिलाफ खेलना एक सपने की शुरुआत थी क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे खेल का स्तर क्या है।’’
भाषा
ये भी पढ़े : डोर्टमंड ने पिछड़ने के बाद जीत दर्ज की