नयी दिल्ली, सात फरवरी (क्रिकेट न्यूज़) कमल पासी ने कुछ सत्र पहले पंजाब के लिए कुछ मैच खेले थे, रविकांत सिंह अब भारतीय क्रिकेट योजना के करीब नहीं हैं और अपने करियर के बेहतर दिनों के चार साल बाद भी मनजोत कालरा अगले स्तर पर रफ्तार नहीं पकड़ सके। ये सभी खिलाड़ी अंडर-19 विश्व कप विजेता रहे हैं, लेकिन समय के साथ अपनी लय को बरकरार रखने में सफल नहीं रहे। यह ऐसा मुद्दा है जिस पर बीसीसीआई को गंभीरता से काम करना होगा। इसलिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) इन खिलाड़ियों के भविष्य को संवारने के लिए ‘19 प्लस (19 साल से अधिक आयु वाले)’ खिलाड़ियों को जोड़ सकता है। यह इस बात को सुनिश्चित करेगा कि अंडर-19 स्तर के खिलाड़ी इस उम्र सीमा को पार करने के बाद भी क्रिकेट प्रणाली का हिस्सा बने रहे । शेख रशीद (आंध्र), रवि कुमार (बंगाल), राज अंगद बावा (चंडीगढ़) या यश धुल (दिल्ली) ऐसे खिलाड़ी हैं जो अभी अपने राज्य की टीमों में जगह बना सकते है। लेकिन मौजूदा भारत अंडर-19 टीम के कई खिलाड़ी इस स्तर और रणजी ट्रॉफी के बीच में फंस जायेंगे। भारतीय घरेलू प्रणाली में पहले राज्य स्तर पर अंडर-23 की टीमें होती थी लेकिन उसे बाद में अंडर-25 कर दिया गया। इस श्रेणी में हालांकि पहले से बहुत से दावेदार है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर कहा, ‘‘ राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी भविष्य में भारत की सीनियर टीम के लिए विकासशील खिलाड़ियों की एक पांच स्तरीय प्रणाली पर काम कर सकती है। अभी यह अंडर -16 से शुरू होती है, इसके बाद अंडर -19, इमर्जिंग (राष्ट्रीय अंडर -23) और ए टीम शामिल है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसमें ‘19 प्लस’ का स्तर जोड़ने की योजना है जहां इन सभी लड़कों को शामिल किया जा सके।’’ इन सभी स्तरों के बीच,बीसीसीआई अंडर-25 (अब राज्य ए टीम के रूप में जानी जाती है) में मूल रूप से उन खिलाड़ियों को मंच देने के लिए है जो सीनियर स्तर पर जगह बनाने में असमर्थ रहते हैं। अंडर-19 और इस स्तर की दूरी को कम करने के लिए ही ‘19 प्लस’ टीम की योजना पर विचार किया जा रहा है। एनसीए परिसर के अंदर जब प्रथम श्रेणी स्तर की चार नयी पिच तैयार हो जायेंगी तो अकादमी अपनी ‘19 प्लस ’ टीम को तैयार कर सकेगी। यह टीम वहां मौजूद अन्य टीमों के खिलाफ मैच खेल सकेगी और कोच, फिजियो उनकी प्रगति की नियमित रूप से निगरानी कर सकेंगे। यह उम्मीद की जा रही है कि बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारी (अध्यक्ष और सचिव) 10 राष्ट्रीय चयनकर्ताओं (पांच जूनियर और पांच सीनियर) के साथ एनसीए सुप्रीमो वीवीएस लक्ष्मण और राष्ट्रीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के साथ एक खाका तैयार करने के लिए चर्चा कर सकते हैं। सूत्र ने कहा कि 2012 की अंडर-19 टीम से हनुमा विहारी को छोड़ दें तो अधिकांश खिलाड़ी अब अपने ही राज्यों में सर्वश्रेष्ठ घरेलू खिलाड़ियों में भी शामिल नहीं हैं।
भाषा
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