ब्रिसबेन, 30 अक्टूबर (क्रिकेट न्यूज़) बांग्लादेश ने रविवार को यहां टी20 विश्व कप के महत्वपूर्ण मैच के नाटकीय अंतिम ओवर के बाद जिम्बाब्वे पर तीन रन से जीत दर्ज की जिसमें खिलाड़ी मैदान छोड़कर चले गये थे लेकिन उन्हें मुकाबला पूरा करने के लिये वापस बुलाया गया जब अधिकारियों ने महसूस किया कि नुरूल हसन की अंतिम गेंद पर स्टंपिंग की अपील सही नहीं थी।
सलामी बल्लेबाज नजमुल हुसैन शांटो (55 गेंद में 71 रन) के क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में पहले अर्धशतक की बदौलत बांग्लादेश ने सात विकेट 150 रन बनाये।
जवाब में जिम्बाब्वे ने कई विकेट गंवा दिये जिससे छठे ओवर में उनका स्कोर चार विकेट पर 35 रन था लेकिन सीन विलियम्स ने 42 गेंद में 64 रन की अर्धशतकीय पारी से टीम की उम्मीद कायम रखी।
विलियम्स 19वें ओवर में आउट हुए जिससे जिम्बाब्वे केा अंतिम छह गेंद पर 16 रन चाहिए थे।
मोसादेक हुसैन ने अपने करियर का सबसे महत्वपूर्ण ओवर डाला, उन्होंने दूसरी गेंद पर ब्रैड इंवास (02) को आउट किया लेकिन अगली दो गेंद पर रिचर्ड नगारावा ने उन पर एक चौका और एक छक्का जड़ दिया जिससे टीम दौड़ में बनी रही।
हुसैन ने हालांकि अगली गेंद पर नगारावा को स्टंप कर दिया जिससे जिम्बाब्वे को अंतिम गेंद में पाच रन चाहिए थे।
नये बल्लेबाज ब्लेसिंग मुजारबानी स्टंप आउट हुए और खिलाड़ियों ने जीत का जश्न मनाया और वे डगआउट में पहुंच गये।
पर तभी अंपायरों ने इस अंतिम गेंद को ‘नो बॉल’ करार कर दिया क्योंकि विकेटकीपर हसन ने स्टंप के आगे से ही गेंद पकड़ ली थी जिससे जिम्बाब्वे के प्रशंसकों को उम्मीद जगी।
हालांकि ऐसा नहीं हो सका। हुसैन ने सयंम बनाये रखा और मुजारबानी फिर चूक गये। इससे जिम्बाब्वे की पारी आठ विकेट पर 147 रन पर खत्म हुई।
यह बांग्लादेश की टूर्नामेंट में दूसरी जीत थी, उसे इससे पहले दक्षिण अफ्रीका से 104 रन से हार का सामना करना पड़ा था। जिम्बाब्वे को सुपर 12 चरण में अपनी पहली हार झेलनी पड़ी।
बांग्लादेश (4) अब अंक तालिका में दूसरे स्थान पर है, उसे दो और मैच खेलने हैं जबकि जिम्बाब्वे (3) चौथे स्थान पर है।
इससे पहले शांटो शुरूआत में मांसपेशियों में खिंचाव की समस्या भी हुई और एक बार वह रन आउट के खतरे से बचे। उन्होंने अपनी पारी के दौरान सात चौके और एक छक्का जड़ा। इस बायें हाथ के बल्लेबाज ने कप्तान शाकिब अल हसन (20 गेंद में 23 रन) के साथ 54 रन ही भागीदारी निभायी और अफीफ हुसैन (19 गेंद में 29 रन) के साथ 36 रन की भागीदारी भी की।
जिम्बाब्वे का क्षेत्ररक्षण अच्छा नहीं रहा जिसमें उन्होंने कई कैच करने और रन आउट करने के मौके गंवाये।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश ने पावरप्ले में 32 रन पर दो विकेट गंवा दिये थे जिसमें तेज गेंदबाज ब्लेसिंग मुजारबानी ने अपने शुरूआती स्पैल में सौम्य सरकार (शून्य) और लिटन दास (12 गेंद में 14 रन) के विकेट झटक लिये।
लेकिन शांटो और शाकिब ने मिलकर पारी संभाली और 44 गेंद में 54 रन की भागीदारी की।
इन दोनों ने शार्ट और फुल लेंथ गेंदों पर रन जुटाये। जिम्बाब्वे के क्षेत्ररक्षकों का प्रदर्शन काफी लचर रहा जिससे बांग्लादेश ने आसानी से चौके जमाये।
जिम्बाब्वे ने बायें हाथ के स्पिनर सीन विलियम्स को गेंदबाजी पर लगाकर दाव खेला और इसका फायदा भी मिला जिससे उन्होंने शाकिब का विकेट झटक लिया। गेंद उनके बल्ले को छू गयी और मुजारबानी ने डाइव कर कैच लपक लिया।
शांटो ने हालांकि दबदबा जारी रखा और 13वें ओवर में एक रन लेकर अपना अर्धशतक पूरा किया।
उन्होंने फिर ब्रैड इंवास पर अपनी पारी का पहला छक्का जड़ा और फिर दो और चौके लगा दिये जिसससे 16वें ओवर में 17 रन बने।
रिचर्ड नगारावा ने अगले ओवर में कसी गेंदबाजी की। इवांस ने 19वें ओवर में अफीफ का कैच छोड़ दिया और इस बल्लेबाज ने मौके का अच्छा इस्तेमाल कर स्लॉग स्वीप से एक छक्का जड़ा जिससे ओवर में 12 रन बने।
अंतिम ओवर में बांग्लादेश ने तीन विकेट खो दिये। इससे टीम ने अंतिम 10 ओवर में 87 रन बनाये।
भाषा
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