लाहौर, आठ नवंबर (क्रिकेट न्यूज़) सुरक्षा कारणों से हाल ही में न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के द्वारा पाकिस्तान दौरा रद्द करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने 24 साल के बाद पाकिस्तान में पूर्ण श्रृंखला (सीमित ओवरों के साथ टेस्ट श्रृंखला) खेलने पर हामी भर दी है।
ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार 1998 में पाकिस्तान का दौरा किया था। वह अगले साल मार्च में शुरू होने वाले दौरे पर तीन टेस्ट मैच खेलेगा। विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के तहत खेले जाने वाले इन मैचों का आयोजन कराची (तीन से सात मार्च), रावलपिंडी (12 से 16 मार्च) और लाहौर (21 से 25 मार्च) में किया जाएगा।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने शुक्रवार को इस दौरे की जानकारी देते हुए कहा कि सीमित ओवरों के चार मैच 29 मार्च से पांच अप्रैल के बीच खेल जायेंगे।
इस साल सितंबर में न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान पहुंचने के बाद सुरक्षा खतरे के कारण एक भी मैच खेले बिना ही घर वापस लौट गयी थी। इसके तुरंत बाद, इंग्लैंड ने भी घोषणा की कि वे टी20 विश्व कप से पहले इस देश का दौरा नहीं करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया का पाकिस्तान में आना हाल में पीसीबी के प्रमुख बने रमीज राजा के लिए एक बड़ी जीत है, जिन्हें इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के हटने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के दौरे की उम्मीद नहीं की थी।
राजा ने एक बयान में कहा, ‘‘ मुझे खुशी है कि हम तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेलेंगे। बहुत बड़ी खुशी हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया शानदार प्रदर्शन करने वाली टीमों में से एक है और 24 साल के अंतराल के बाद पहली बार हमारे देश में खेलना प्रशंसकों के लिए एक विशेष पल होगा।’’
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कार्यकारी निक हॉकले ने कहा कि वे अपनी टीम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पीसीबी के साथ काम करना जारी रखेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम दौरे की योजना बनाने के लिए पीसीबी को धन्यवाद देते हैं और आवश्यक संचालन, रसद (लॉजिस्टिक), सुरक्षा और कोविड -19 प्रोटोकॉल को अंतिम रूप देने के लिए आने वाले महीनों में काम करना जारी रखेंगे।’’
ऑस्ट्रेलिया ने 1998-99 में पाकिस्तान के अपने पिछले दौर पर मार्क टेलर की अगुवाई में टेस्ट श्रृंखला में 1-0 से जीत दर्ज की थी।
इसके बाद 2002 में ऑस्ट्रेलिया ने दौरे से ठीक पहले पाकिस्तान में हुए आत्मघाती हमले के कारण यात्रा करने से इनकार कर दिया था। जिसके बाद उस श्रृंखला को कोलंबो और यूएई में खेला गया था। 2009 में लाहौर में श्रीलंकाई टीम की बस पर हुए आतंकी हमले ने पाकिस्तान में सालों से चल रहे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को खत्म कर दिया था।
पाकिस्तान ने इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के चार दौरों की मेजबानी श्रीलंका, इंग्लैंड और यूएई में की थी।