भारत की सबसे बड़ी जीत, कुंबले क्लब में शामिल हुए अश्विन

मुंबई, छह दिसंबर (क्रिकेट न्यूज़) भारत ने न्यूजीलैंड को दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में 372 रन शिकस्त दी जो उसकी टेस्ट मैचों में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत और कीवी टीम की सबसे बड़ी हार है।

न्यूजीलैंड की टीम कानपुर में पहले टेस्ट मैच में बमुश्किल हार टाल पायी लेकिन मुंबई से उसे करारी शिकस्त झेलनी पड़ा। न्यूजीलैंड ने 1988 से भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं जीता है और वह अभी तक भारतीय धरती पर टेस्ट श्रृंखला नहीं जीत पाया।

भारत का इससे पहले रनों की लिहाज से सबसे बड़ी जीत का रिकार्ड दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ था जिसे उसने 2015 में नयी दिल्ली 337 रन से हराया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ इससे पहले उसका रिकार्ड 321 रन से जीत का था जो उसने 2016 में इंदौर में हासिल किया था।

न्यूजीलैंड की यह रनों के लिहाज से सबसे बड़ी हार है। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने उसे 2007 में जोहानिसबर्ग में 358 रन से पराजित किया था।

भारत के स्टार ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने सोमवार को केवल एक विकेट लिया लेकिन हेनरी निकोल्स को आउट करके वह घरेलू धरती पर 300 टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाजों के विशेष क्लब में शामिल हो गये।

भारत की तरफ से अश्विन से पहले यह कारनामा केवल अनिल कुंबले ने किया था जिन्होंने अपने देश में 350 विकेट लिये हैं। कुंबले और अश्विन के बाद हरभजन सिंह (265) और कपिल देव (219) का नंबर आता है।

अश्विन अपने घरेलू मैदानों पर 300 विकेट लेने वाले दुनिया के कुल छठे गेंदबाज बन गये हैं। उनसे पहले श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन (493), इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन (402), कुंबले, इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड (341) और आस्ट्रेलिया के शेन वार्न (319) ने यह उपलब्धि हासिल की थी।

अश्विन ने 49 मैचों में यह उपलब्धि हासिल की जबकि मुरलीधरन 48 मैचों में इस मुकाम तक पहुंचे थे। कुंबले ने घरेलू धरती पर 300वां विकेट अपने 52वें मैच में लिया था।

इस ऑफ स्पिनर को मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया। यह नौवां अवसर है जबकि उन्होंने यह पुरस्कार जीता। अश्विन ने इस मामले में जॉक कैलिस की बराबरी की जबकि रिकार्ड मुरलीधरन (11) के नाम पर है।

अश्विन ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने विकेटों की संख्या 66 पर पहुंचा दी है जो कि इन दोनों टीम के बीच नया रिकार्ड है। अश्विन ने रिचर्ड हैडली (65) को पीछे छोड़ा।

न्यूजीलैंड के लिये यह मैच स्पिनर ऐजाज पटेल के पहली पारी में सभी 10 विकेट लेने के कारण यादगार रहा। पटेल ने इस मैच में 225 रन देकर 14 विकेट लिये लेकिन उनकी टीम मैच नहीं जीत पायी। यह पराजित टीम के लिये किसी भी गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बन गया है।

इससे पहले का रिकार्ड जवागल श्रीनाथ के नाम पर था जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता में 132 रन देकर 13 विकेट लिये थे लेकिन भारत 46 रन से मैच हार गया था। पराजित टीम के लिये किसी एक गेंदबाज का पारी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन का रिकार्ड भी पटेल के नाम से जुड़ गया है। पहले यह रिकार्ड कपिल देव (9/83 बनाम वेस्टइंडीज, अहमदाबाद, 1983) के नाम पर था।

भाषा

 

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