नयी दिल्ली, 24 अगस्त (क्रिकेट न्यूज़) भारतीय सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने सीमित ओवरों का अपना करियर वापस पटरी पर लाने के लिए स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट को अपने खेल में जोड़ा है और वह इसका उपयोग तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी कर रहे हैं।
टेस्ट क्रिकेट से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत करने वाले अग्रवाल को इंग्लैंड के खिलाफ जुलाई में खेले गए पांचवें टेस्ट मैच के लिए शुरुआती भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। वह बाद में चोटिल केएल राहुल की जगह लेने के लिए बर्मिंघम पहुंचे थे।
सीमित ओवरों की क्रिकेट वह रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में पंजाब किंग्स की अगुवाई करते हुए उन्होंने 12 मैचों में केवल 196 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 122.50 रहा।
पंजाब किंग्स ने अपने मुख्य कोच अनिल कुंबले से तीन सत्र के बाद नाता तोड़ दिया है लेकिन अग्रवाल के 2023 के सत्र में भी टीम में बने रहने की संभावना है।
अग्रवाल ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से कहा, ‘‘ पिछले चार महीनों में मैंने अपनी बल्लेबाजी पर कड़ी मेहनत की है। आप देख सकते हैं कि मैंने गेंद को स्वीप और रिवर्स स्वीप करना शुरू कर दिया है और ऐसा मैं तेज गेंदबाजों के खिलाफ भी कर रहा हूं। मैंने अपनी बल्लेबाजी के चार पांच क्षेत्रों पर काम किया है जिसका मुझे फायदा मिल रहा है। मुझे बहुत खुशी है कि मैंने जो कड़ी मेहनत की है उसका फल मुझे मिलने लग गया है।’’
उन्होंने कहा,‘‘ महाराजा ट्रॉफी जैसे टी20 टूर्नामेंट में दो शतक लगाकर मैं बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं। तब वास्तव में बहुत अच्छा लगता है जब खिलाड़ी आपकी इच्छा अनुसार प्रदर्शन करते हैं। निश्चित तौर पर बड़े स्कोर बनाकर मैं अच्छा महसूस कर रहा कि मैं आगे बढ़कर टीम का नेतृत्व कर सकता हूं।’’
अग्रवाल ने भारत की तरफ से अब तक 21 टेस्ट मैच और पांच वनडे मैच खेले हैं लेकिन उनके करियर को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।
अग्रवाल ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के बारे में कहा,‘‘ मैं उन लोगों में शामिल हूं जो हार नहीं मानते। मैं अपनी तरफ से प्रयास जारी रखूंगा और इससे मेरे खेल में भी सुधार होता जाएगा।’’
उन्होंने कहा,‘‘ मुझे जो भी मौके मिलेंगे मुझे उससे खुशी होगी लेकिन आपके सपने कभी मरते नहीं है। यह अपने खेल के हर विभाग में सुधार करने से जुड़ा है।’’
भाषा
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