ऋषभ का आकर्षक शतक, दक्षिण अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य

केपटाउन, 13 जनवरी (क्रिकेट न्यूज़) ऋषभ पंत ने विषम परिस्थितियों में अपने नैसर्गिक खेल का बेजोड़ नमूना पेश करके नाबाद शतक जमाया जिससे भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे और निर्णायक टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन गुरुवार को यहां अपनी दूसरी पारी में 198 रन बनाये।

भारत ने इस तरह से दक्षिण अफ्रीका के सामने 212 रन का लक्ष्य रखा है। तीन मैचों की श्रृंखला अभी 1-1 से बराबरी पर है। भारतीय पारी समाप्त होते ही चाय का विश्राम ले लिया गया।

पंत ने 139 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाये जिसमें छह चौके और चार छक्के शामिल हैं। उन्होंने विराट कोहली (143 गेंदों पर 29 रन) के साथ पांचवें विकेट के लिये 94 रन जोड़े जिसमें भारतीय कप्तान का योगदान 15 रन था। भारत के केवल तीन बल्लेबाज ही दोहरे अंक में पहुंचे।

दक्षिण अफ्रीका की तरफ से मार्को जेनसन (36 रन देकर चार) कैगिसो रबाडा (53 रन देकर तीन) और लुंगी एनगिडी (21 रन देकर तीन) सफल गेंदबाज रहे।

पंत ने उस समय क्री पर कदम रखा जब भारत चार विकेट पर 58 रन के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद रन बनाने का पूरा जिम्मा पंत ने उठाया। दूसरे टेस्ट में खराब शॉट खेलने के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे पंत ने अच्छी गेंदों को सम्मान दिया लेकिन खराब गेंदों को नहीं बख्शा।

पंत ने इस पारी में लापरवाह नहीं बल्कि बेपरवाह बल्लेबाजी की है। बायें हाथ के स्पिनर केशव महाराज पर तीन छक्के और डुआने ओलिवियर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका पंत के सकारात्मक खेल का संकेत हैं।

भारत ने सुबह दो विकेट पर 57 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन उसने 10 मिनट के अंदर चेतेश्वर पुजारा (नौ) और अजिंक्य रहाणे (एक) के विकेट गंवा दिये थे।

इसके बाद कोहली ने संयम और दृढ़ता की प्रतिमूर्ति बनाकर पंत के साथ पहले सत्र में भारत को आगे कोई झटका नहीं लगने दिया। पंत ने दो विकेट जल्दी निकलने के बावजूद अपना नैसर्गिक खेल दिखाया और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को पूरी तरह से हावी नहीं होने दिया।

कोहली हालांकि दूसरे सत्र में अपनी एकाग्रता बरकरार नहीं रख पाये और आखिर में ढीला शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। एनगिडी की गेंद ऑफ स्टंप से काफी बाहर जा रही थी लेकिन कोहली ने उसे ड्राइव करने का प्रयास किया और दूसरी स्लिप में ऐडन मार्कराम ने बहुत अच्छी तरह से उसे कैच में बदला। कोहली ने अपने कल के स्कोर में आज 15 रन जोड़े।

पंत को इसके बाद दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। कोहली के पवेलियन लौटने के बाद रविचंद्रन अश्विन (सात) को जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और एनगिडी के अगले शिकार बने। शार्दुल ठाकुर (पांच) ने भी निराश किया और एनगिडी की बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया। उमेश यादव (शून्य) ने यही काम रबाडा की गेंद पर किया।

पंत ने ऐसे में अपने पास अधिक स्ट्राइक रखी और इस बीच उन्हें दो जीवनदान भी मिले। जब मोहम्मद शमी (शून्य) भी आउट हो गये तब पंत ने जेनसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया। वह दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। उनका सैकड़ा पूरा होने के बाद जसप्रीत बुमराह (दो) आखिरी विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।

पंत ने जहां आलोचकों का मुंह बंद किया वहीं रहाणे और पुजारा फिर से असफल रहे। पुजारा ने जेनसन की उठती गेंद लेग साइड में खेलनी चाही लेकिन कीगन पीटरसन ने लेग स्लिप में बड़ी खूबसूरती से उसे कैच कर दिया। इसके बाद रबाडा की उठती गेंद रहाणे के दस्तानों को चूमकर विकेटकीपर काइल वेरेन के दस्ताने से लगकर हवा में उछली और डीन एल्गर ने बाकी काम पूरा किया।

भाषा 

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