नयी दिल्ली, 20 जुलाई (बैडमिंटन न्यूज) भारत की तरफ से आगामी राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले सबसे युवा खिलाड़ियों में से एक 14 वर्षीय अनहत सिंह ने भले ही स्क्वाश को अपना लिया है लेकिन उनकी इच्छा बर्मिंघम खेलों के दौरान अपनी आदर्श पी वी सिंधू से मिलने की है।
अनहत की भारत की सबसे सफल बैडमिंटन खिलाड़ी से मिलने की इच्छा हैरानी भरी नहीं है क्योंकि वह स्क्वाश में करियर बनाने से पहले बैडमिंटन खिलाड़ी थी।
दिल्ली की रहने वाली अनहत जब छह – सात साल की थी तब उन्होंने सिंधू, साइना नेहवाल और ली चोंग वेई को इंडियन ओपन में खेलते हुए देखा था और तब से बैडमिंटन उनके दिल में रच बस गया था।
बर्मिंघम खेलों से पहले अनहत ने पीटीआई से कहा कि बैडमिंटन के प्रति उनका प्रेम बरकरार है लेकिन उन्हें स्क्वाश अधिक रोमांचक लगा और इसलिए इस खेल से जुड़ी।
जोशना चिनप्पा और दीपिका पल्लीकल की कुशल जोड़ी का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मैं पहले बैडमिंटन खेलती थी और मैंने सिंधू को दिल्ली में खेलते देखा है। मुझे उम्मीद है कि मुझे खेलों के दौरान उनसे मिलने का मौका मिलेगा। जहां तक स्क्वाश का सवाल है तो यह वास्तव में रोमांचक खेल है। मैंने जिन खिलाड़ियों को देखा है, मुझे उनके साथ खेलने और यात्रा करने का मौका मिलेगा।’’
उनकी बड़ी बहन अमिरा सिंह स्क्वाश खिलाड़ी है और उन्हीं को देखकर अनहत को इस खेल को अपनाने की प्रेरणा मिली।
अनहत की मां तानी वडेरा सिंह ने कहा, ‘‘उसे बैडमिंटन पसंद था लेकिन हमें अमिरा के साथ प्रतियोगिताओं के लिये यात्रा करनी पड़ती थी। अनहत घर में अकेले नहीं रहना चाहती थी। इसने भी उसके बैडमिंटन की बजाय स्क्वाश को अपनाने में अहम भूमिका निभाई। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘उसने भले ही बैडमिंटन खेलना काफी पहले छोड़ दिया था लेकिन वह अब भी इस खेल को देखती है और अपने कोच के संपर्क में है।’’
अनहत ने 2019 में अंडर-11 वर्ग में प्रतिष्ठित ब्रिटिश ओपन का खिताब जीता था। हाल में उन्होंने अंडर-15 जूनियर खिताब और जर्मन ओपन जीतकर राष्ट्रमंडल खेलों की टीम में जगह बनाने के लिये मजबूत दावा पेश किया था।
अनहत इन खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहती है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं नहीं जानती कि मैं पदक जीत सकती हूं या नहीं लेकिन मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास करूंगी। ’’
अनहत इन खेलों में महिला एकल के अलावा सुनयना कुरुविला के साथ महिला युगल में भी भाग लेगी।
भाषा
ये भी पढ़े : बर्मिंघम में फिर से चमक बिखेरने को तैयार हैं लक्ष्य सेन