लंदन, 26 दिसंबर (भाषा) इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स ने खेल के लंबे प्रारूप के कार्यक्रम पर पर्याप्त ध्यान नहीं देने के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया भर में घरेलू टी20 लीग की बढ़ती लोकप्रियता खेल के सबसे लंबे प्रारूप के अस्तित्व को खतरे में डाल रही है।
पाकिस्तान दौरे पर हाल ही में टीम को 3-0 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले स्टोक्स ने कहा, ‘‘ कार्यक्रम पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता जितना देना चाहिए। टी-20 विश्व कप के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इंग्लैंड की एकदिवसीय श्रृंखला इसका उदाहरण है। तीन मैचों की श्रृंखला का आयोजन क्या समझदारी भरा था जबकि इस श्रृंखला की कोई अहमियत नहीं थी।’’
स्टोक्स ने कहा, ‘‘ मौजूदा दौर में टेस्ट क्रिकेट को लेकर जिस तरह की बात हो रही है वह मुझे पसंद नहीं है। क्रिकेट के प्रशंसक टेस्ट की जगह नये प्रारूप और फ्रेंचाइजी आधारित प्रतियोगिता को तरजीह दे रहे हैं। हम सभी इस बात को समझते हैं कि इससे (सीमित ओवरों के प्रारूप) खिलाड़ियों को काफी मौके मिलते हैं लेकिन मैं मानता हूं कि टेस्ट क्रिकेट खेल के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।’’
यह संकेत देते हुए कि टेस्ट खेलने वाले देशों को आक्रामक क्रिकेट खेलने के इंग्लैंड के नक्शेकदम पर चलना चाहिए, स्टोक्स ने कहा कि पांच दिवसीय प्रारूप को लोकप्रिय बनाने के लिए ‘परिणाम’ से अधिक ‘मनोरंजन’ की जरूरत है।
इस दिग्गज हरफनमौला ने कहा, ‘‘ परिणाम के बारे में नहीं सोच कर एक अच्छी शुरुआती की जा सकती है। हर दिन को मनोरंजक बनाने पर ध्यान देना चाहिये। आपको लोगों को अंदाजा लगाने का ज्यादा मौका नहीं देना चाहिये। अगर लोग इस बात से उत्साहित हो जाते हैं कि वे क्या देखने जा रहे हैं तो इससे ही आपकी बड़ी जीत हो सकती है।’’
स्टोक्स ने आईसीसी से टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए कुछ अलग करने की सलाह दी।
स्टोक्स ने कहा, ‘‘मुझे टेस्ट क्रिकेट खेलना पसंद है और मैं मानता हूं कि हम इस मामले में कुछ अलग कर सकते है।’’
जो रूट से कप्तानी का जिम्मा लेने के बाद स्टोक्स ने 10 मैचों में इंग्लैंड को नौ जीत दिलाई हैं।
Source: PTI News