मेलबर्न, तीन जनवरी (भाषा) ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान क्रिकेटर ग्रेग चैपल का मानना है कि तकनीक, विशेष रूप से आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) का इस्तेमाल क्रिकेट को ‘अप्रत्याशित’ बना देगा और भविष्य में इसके अभ्यास, खेलने और उपयोग करने के तरीके को बदल देगा।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि ड्रोन, रोबोट, एआई, वर्चुअल रियलिटी ये सभी चीजें आम हो जाएंगी और खेल में बड़ा बदलाव लाएंगी।
उन्होंने ‘सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड’ के लिए एक कॉलम में लिखा,‘‘विभिन्न तकनीकों को व्यापक रूप से अपनाने से क्रिकेट कम स्थिर, अधिक अप्रत्याशित हो जाएगा।’’
चैपल ने कहा, ‘‘हॉक-आई, हॉट स्पॉट और स्निको की शुरुआत के साथ तकनीक का खेल पर पहले से ही बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा है और अंपायरिंग निर्णयों की सटीकता में सुधार करने में मदद मिली है। और बेहतर कैमरों का इस्तेमाल अंपायरिंग को और भी सटीक बना देगा।’’
इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, ‘‘टी20 क्रिकेट ने तकनीक के उपयोग को तेज कर दिया है और खिलाड़ियों का व्यापक विश्लेषण हो रहा है। आईपीएल में पहले से ही ऐसा हो रहा है। टेस्ट क्रिकेट इन चीजों को अपनाएगा तथा और अधिक रोमांचक हो जाएगा।’’
चैपल को लगता है कि हालांकि यह डरावना है लेकिन प्रासंगिक बने रहने के लिए बदलाव आवश्यक है क्योंकि ‘ड्रोन और रोबोट आम हो जाएंगे।’
उन्होंने कहा, ‘‘ड्रोन तुरंत विश्लेषण के लिए खेल के मैदान पर नजर रखेंगे। रोबोट का व्यापक रूप से उपयोग किया जाएगा, सिर्फ प्रशिक्षण सत्रों में ही नहीं बल्कि विपक्षी बल्लेबाजों और गेंदबाजों के कौशल और विविधताओं को दोहराने के लिए भी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘वर्चुअल रियलिटी से खिलाड़ियों को मैदान पर बिना उतरे अपने कौशल को सुधारने के लिए एक आभासी वातावरण में अभ्यास करने का मौका मिलेगा। इससे खिलाड़ियों को बेहतर बनने, चोटों को कम करने और नई रणनीतियां बनाने में मदद मिलेगी।’’
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे में बात करते हुए चैपल ने लिखा, ‘‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग खेल में बड़ा बदलाव लेकर आएगा। एआई खिलाड़ी के प्रदर्शन का विश्लेषण करेगा और यह तत्काल प्रतिक्रिया देगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘एआई प्रत्येक खिलाड़ी और टीम की ताकत और कमजोरियों का आकलन करेगा और मैच स्थितियों को सटीक तरीके से दोहराएगा।’’
भारत के पूर्व कोच को लगता है कि वर्चुअल रियलिटी से प्रशंसकों के खेल से जुड़ने का तरीका बदल जाएगा।
उन्होंने कहा, ‘‘भविष्य के क्रिकेट दर्शक अपने हीरो के साथ तुलना करने के लिए उन्नत और वर्चुअल रियलिटी तकनीक का उपयोग करने में सक्षम होंगे।’’
चैपल ने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए वे अपने बल्ले की गति की तुलना विराट कोहली या अपने गेंदबाजी कौशल की तुलना उस समय के डेनिस लिली के साथ करना चाहेंगे।’’
इस पूर्व बल्लेबाज को लगता है कि ‘क्रिकेट में इस्तेमाल होने वाली सामग्री भी विकसित होगी।’
Source: PTI News