नयी दिल्ली, 26 दिसंबर (भाषा) शीर्ष पांच तेज गेंदबाजों के चोटिल होने और इंडियन प्रीमियर लीग के स्टार बल्लेबाज नितीश राणा को बाहर किए जाने के बाद दिल्ली की टीम मंगलवार को यहां तमिलनाडु की मजबूत टीम के खिलाफ शुरू हो रहे रणजी ट्रॉफी ग्रुप बी मैच में कमजोर टीम के रूप में शुरुआत करेगी।
तमिलनाडु अपनी मजबूत टीम के साथ उतर रहा है। एन जगदीशन और साई सुदर्शन की सलामी जोड़ी काफी अच्छी फॉर्म में है जबकि बाबा अपराजित, कप्तान बाबा इंद्रजीत के अलावा ऑलराउंडर विजय शंकर और वाशिंगटन सुंदर टीम के बल्लेबाजी क्रम को मजबूती प्रदान करते हैं।
तमिलनाडु के लिए सबसे बड़ी परेशानी संभवत: दिल्ली की कड़कड़ाती सर्दी से सामंजस्य बैठाना होगी।
पहले मैच में महाराष्ट्र के खिलाफ नौ विकेट की हार और फिर दूसरे मैच में असम के खिलाफ पहली पारी में 400 रन से अधिक बनाने के बावजूद बढ़त गंवाकर दिल्ली की टीम मुश्किल में है। टीम के पहली पसंद के सभी तेज गेंदबाज चोटिल होने के कारण टीम से बाहर हो गए हैं।
मयंक यादव के पैर की मांसपेशियों में खिंचाव है जबकि अनुभवी इशांत शर्मा की मांसपेशियों में भी खिंचाव (साइड स्ट्रेन) है। पेट की मांसपेशियों में जकड़न के बाद नवदीप सैनी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हैं।
टीम के सबसे विश्वसनीय तेज गेंदबाज सिमरजीत सिंह भी एड़ी में चोट के कारण तेज गेंदबाजी के अनुकूल हालात में नहीं खेल पाएंगे जबकि पिछले सत्र में टीम के कप्तान प्रदीप सांगवान भी नहीं खेल पाएंगे।
छठे तेज गेंदबाज हर्षित राणा काफी युवा हैं और संभावना है कि मंगलवार को दिल्ली के गेंदबाजी आक्रमण में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज कुलदीप यादव के अलावा युवा तेज गेंदबाज प्रिंस यादव और दिविज मेहरा शामिल होंगे।
दिल्ली के कोच अभय शर्मा ने मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे पास हमारे मुख्य तेज गेंदबाज नहीं हैं और निश्चित तौर पर यह एक समस्या है। लेकिन हम सत्रों को नियंत्रित करने का प्रयास करेंगे। जिन युवाओं को मौका मिलेगा उन्हें इसका फायदा उठाना चाहिए।’’
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) और उसकी चयन समिति ने इस बीच कोलकाता नाइट राइडर्स के स्टार बल्लेबाज राणा को बाहर कर दिया है। राणा पिछले दो साल से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कोई खास योगदान नहीं दे पाए हैं।
डीडीसीए में कई लोगों का मानना है कि राणा का ध्यान पूरी तरह से आईपीएल खेलने पर है क्योंकि उनका करोड़ों रुपये का अनुबंध है और उनके लिए दिल्ली की ओर से खेलन प्राथमिकता नहीं है।
गगन खोड़ा की अगुआई वाली चयन समिति पर भी सवाल उठे हैं।
डीडीसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर पीटीआई को बताया, ‘‘आपने सत्र पूर्व शिविर का आयोजन नहीं किया, उचित ट्रेनिंग सत्र नहीं हुआ और तेज गेंदबाजों की तैयारी बिलकुल भी नहीं थी। कोई योजना या विजन नहीं था और अब वही हो रहा है जिसकी किसी व्यवस्था के बिना होने की आशंका थी। कुछ तेज गेंदबाज सत्र से पहले अनफिट थे और वापसी के बाद भी। ’’
तमिलनाडु की टीम टॉस जीतने की स्थिति में पहले गेंदबाजी करके आसमान में छाए बादलों का फायदा उठाना चाहेगी। दिल्ली के बल्लेबाजी क्रम में सिर्फ ध्रुव शोरे और हिम्मत सिर्फ ही अब तक डटकर बल्लेबाजी कर पाए हैं।
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कप्तान यश धुल बड़ी पारी खेलने में नाकाम रहे हैं जबकि तेज गेंदबाजों के खिलाफ अनुज रावत की तकनीक पर सवालिया निशान है।
Source: PTI News