लखनऊ, एक जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) से राज्य में चार रणजी टीमें गठित करने का प्रस्ताव भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) को भेजने की मांग की है।
रजा का कहना है कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन यहां सिर्फ एक टीम ही रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलती है, जिससे इस राज्य की प्रतिभाओं के साथ न्याय नहीं हो पाता। ऐसे में यह जरूरी है कि महाराष्ट्र और गुजरात की तरह उत्तर प्रदेश में भी एक से अधिक टीमें बनाई जाएं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व रणजी खिलाड़ी रजा ने ‘पीटीआई- भाषा’ से बातचीत में कहा कि यह विडंबना है कि उत्तर प्रदेश में अनेक स्तरीय क्रिकेट प्रतिभाएं होने के बावजूद उन्हें मौका नहीं मिल पाता।
रजा ने कहा ‘महाराष्ट्र में मुंबई, विदर्भ और महाराष्ट्र नाम से तीन टीमें रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेलती हैं। उसी तरह गुजरात में भी सौराष्ट्र, बड़ौदा और गुजरात की टीमें इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेती हैं। एक से अधिक टीम होने के कारण इन राज्यों की अपेक्षाकृत ज्यादा संख्या में खेल प्रतिभाएं सामने आती हैं। ऐसा ही मॉडल उत्तर प्रदेश में भी लागू किया जाना चाहिए।’
उन्होंने कहा कि पूर्व रणजी खिलाड़ी होने के नाते वह बीसीसीआई को इस सिलसिले में पत्र लिख चुके हैं, मगर अब वह यूपीसीए से मांग करते हैं कि वह उत्तर प्रदेश में क्षेत्र के हिसाब से चार अलग-अलग रणजी टीम में गठित करने का प्रस्ताव बीसीसीआई को भेजे।
प्रदेश के पूर्व अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री रजा ने रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट के मौजूदा सत्र में अपने तीन में से दो मुकाबले हार चुकी उत्तर प्रदेश की टीम के खराब प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा ‘राज्य में घरेलू क्रिकेट के बुनियादी ढांचे और उसकी प्रशासनिक व्यवस्था में व्यापक बदलाव लाने की जरूरत है। खेल प्रशासन में ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को शामिल किया जाना चाहिए।’
उत्तर प्रदेश खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने हाल में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनसे प्रदेश में ‘खेल सलाहकार परिषद’ गठित करने की गुजारिश की थी। इसका मकसद प्रदेश में खेलों के विकास के लिए उपयोगी सलाह देना है।
रजा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री से गुजारिश की है कि इस खेल सलाहकार परिषद में विभिन्न खेलों के वरिष्ठ तथा अनुभवी खिलाड़ियों को शामिल किया जाए, जिन्होंने राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रदेश और देश का नाम रोशन किया हो। इस परिषद में महिला खिलाड़ियों को खास वरीयता दी जाए। ये खिलाड़ी समय-समय पर सरकार को खेल के बेहतर विकास के लिए सुझाव दें ताकि प्रदेश में खेलों के स्तर को बेहतरीन किया जा सके।
राजा ने उत्तर प्रदेश ओलंपिक संघ समेत विभिन्न खेल संगठनों में भी ज्यादा से ज्यादा खिलाड़ियों को प्रशासनिक जिम्मेदारियां देने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि ज्यादातर खेल संघों में ऐसे लोग प्रशासन संभाल रहे हैं जिन्हें खेलों और खिलाड़ियों से खास सरोकार नहीं है।
Source: PTI News