माले, 30 सितंबर ( फुटबॉल न्यूज़) भारतीय फुटबॉल टीम के करिश्माई खिलाड़ी सुनील छेत्री ने कहा है कि उनके पूर्व कप्तान बाइचुंग भूटिया और स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुआ के साथ मैदान पर सर्वश्रेष्ठ रिश्ते रहे और ऐसा उनके खेलने के ‘संयोजन’ और ‘आपसी समझ’ के कारण संभव हो पाया।
सैंतीस साल के छेत्री पांचवीं बार सैफ चैंपियनशिप में हिस्सा लेने की तैयारी कर रहे हैं और इस टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले उन्होंने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के साथ बातचीत के दौरान पुराने दिनों को याद किया।
यह पूछने पर कि मैदान के अंदर और बाहर उनके किसके साथ सर्वश्रेष्ठ रिश्ते रहे छेत्री ने कहा, ‘‘मैं इतने सारे खिलाड़ियों के साथ खेला इसलिए ये बदलते रहे। लेकिन मैं भाग्यशाली हूं कि मेरे मैदान पर और बाहर अच्छे रिश्ते रहे। अगर मैं पूरी तरह से मैदान की बात करूं तो मैं बाइचुंग (भूटिया) और जेजे (लालपेखलुआ) को चुनूंगा और यह इसके लिए उनके साथ मेरा संयोजन और आपसी समझ जिम्मेदार है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन अगर यह मैदान के अंदर और बाहर का मिश्रण और करीबी संबंध हैं तो फिर युगेंसन लिंगदोह। वह काफी कम समय खेला लेकिन वह मुझे काफी पसंद था और हम काफी करीब थे। लेकिन मैं सभी के करीब था।’’
छेत्री ने 13 साल पूर्व पहली बार सैफ चैंपियनशिप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। इसके बाद वह चार बार इस टूर्नामेंट में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
अब तक की पसंदीदा सैफ चैंपियनशिप के बारे में पूछने पर छेत्री ने 2015 के टूर्नामेंट को चुना।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं केरल में 2015-16 में हुई चैंपियनशिप को चुनूंगा जिसे हमने जीता था। फाइनल में अफगानिस्तान के खिलाफ हमारी प्रतिद्वंद्विता और इससे पहले का माहौल शानदार था।’’
सभी सैफ टूर्नामेंटों में जिनका वह हिस्सा रहे उसमें सर्वश्रेष्ठ गोल के बारे में पूछने पर छेत्री ने कहा, ‘‘अफगानिस्तान के खिलाफ तिरूवनंतपुरम में 2015-16 के फाइनल में जेजे का गोल हमेशा मेरा पसंदीदा रहेगा। यह काफी कड़ा मुकाबला था, हम 0-1 से पीछे थे। यह गोल काफी महत्वपूर्ण था और उन्होंने जिस तरह फ्लिक करके गोल किया वह शानदार था। ’’
भारत शुक्रवार से शुरू हो रही सैफ चैंपियनशिप में अपने अभियान की शुरुआत चार अक्टूबर को करेगा।
भाषा