लंदन, 28 सितंबर (भाषा) महेंद्र सिंह धोनी का हेलिकॉप्टर शॉट, कपिल देव की जांबाज पारी, दक्षिण अफ्रीका पर बारिश की मार या फिर न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच फाइनल का सुपर ओवर । विश्व कप ने ऐसे कई लम्हे दिये हैं जो क्रिकेटप्रेमियों के जेहन में आज भी ताजा है । भारत में पांच अक्टूबर से शुरू हो रहे क्रिकेट के इस महासमर से पहले पिछले 12 विश्व कप पर एक नजर डालते हैं ।
2019, इंग्लैंड :
निर्धारित सौ ओवरों और सुपर ओवर के बाद भी फाइनल टाई रहने के कारण चौकों छक्कों की गिनती के आधार पर विजेता का चयन हुआ । इंग्लैंड के विकेटकीपर जोस बटलर ने इसे सबसे अजीब मैच करार दिया । इंग्लैंड ने पहला विश्व कप जिस अंदाज में जीता, उसे लेकर काफी सवाल भी उठे ।
इस विश्व कप में 10 टीमों ने भाग लिया था और एकल राउंड रॉबिन प्रारूप में भारत सात जीत, एक हार और एक मैच रद्द होने से शीर्ष पर रहा । इंग्लैंड ने सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया को और न्यूजीलैंड ने भारत को हराया । न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया । भारत के रोहित शर्मा ने सर्वाधिक 648 रन बनाये जबकि आस्ट्रेलिया के मिचेल स्टार्क ने 27 विकेट लिये ।
2015, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड :
आस्ट्रेलिया ने फाइनल में न्यूजीलैंड को सात विकेट से हराया । ब्रेंडन मैकुलम की आक्रामक बल्लेबाजी के दम पर न्यूजीलैंड पहली बार विश्व कप फाइनल में पहुंचा लेकिन मिचेल स्टार्क की यॉर्कर पर तीसरी ही गेंद पर उनका विकेट गिरने से न्यूजीलैंड की हार लगभग तय हो गई ।
ट्रेंट बोल्ट को प्लेयर आफ द टूर्नामेंट चुना गया जिन्होंने स्टार्क के समान 22 विकेट लिये। न्यूजीलैंड के मार्टिन गुप्टिल ने सर्वाधिक 547 रन बनाये । भारतीय टीम सेमीफाइनल में आस्ट्रेलिया से हार गई थी ।
2011 , भारत , श्रीलंका और बांग्लादेश :
महेंद्र सिंह धोनी का हेलिकॉप्टर शॉट पर लगाया गया छक्का क्रिकेट की किवदंतियों में शामिल हो गया । भारत ने फाइनल में श्रीलंका को छह विकेट से हराया और आखिरकार छह विश्व कप खेल चुके सचिन तेंदुलकर का खिताब जीतने का सपना पूरा हुआ। भारतीय खिलाड़ियों ने उन्हें कंधे पर बिठाकर जीत के बाद मैदान का चक्कर लगाया और विराट कोहली ने कहा ,‘‘ वह 21 साल से देश की उम्मीदों का बोझ उठा रहे हैं और अब हमारी बारी उन्हें अपने कंधे पर उठाने की है ।’’
अपनी धरती पर विश्व कप जीतने वाला भारत पहला देश बना । युवराज सिंह अपने बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के दम पर प्लेयर आफ द टूर्नामेंट रहे ।
2007, वेस्टइंडीज :
आस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को 53 रन से हराया । बारबाडोस में बारिश से बाधित फाइनल में आस्ट्रेलिया ने लगातार तीसरी बार खिताब जीता। एडम गिलक्रिस्ट ने 149 रन बनाये जो विश्व कप फाइनल में सर्वोच्च स्कोर है। इसी टूर्नामेंट में पाकिस्तान के इंग्लिश कोच बॉब वूल्मर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। ग्रुप चरण में आयरलैंड के हाथों पाकिस्तान की अप्रत्याशित हार के बाद वह अपने होटल के कमरे में मृत पाये गए थे ।
भारत और पाकिस्तान टूर्नामेंट से जल्दी बाहर हो गए। दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स एक ओवर में छह छक्के जड़ने वाले पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बने जिन्होंने नीदरलैंड के खिलाफ यह कमाल किया ।
2003 , दक्षिण अफ्रीका :
आस्ट्रेलिया ने फाइनल में भारत को 125 रन से हराया ।
पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रही आस्ट्रेलियाई टीम ने फाइनल में सौरव गांगुली की अगुवाई वाली भारतीय टीम को एकतरफा मुकाबले में हराया । पहले ही ओवर में सचिन तेंदुलकर को ग्लेन मैकग्रा ने पवेलियन भेजकर भारतीयों के दिल तोड़ दिये ।
इस टूर्नामेंट से ठीक पहले डोपिंग के आरोप में आस्ट्रेलिया के स्टार स्पिनर शेन वॉर्न को स्वदेश लौटना पड़ा । कीनिया ने श्रीलंका को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश करके सभी को चौका दिया था ।
1999, इंग्लैंड और वेल्स :
आस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को फाइनल में आठ विकेट से हराया । शेन वॉर्न ने फाइनल में चार विकेट लिये और पाकिस्तानी टीम 132 रन पर आउट हो गई । आस्ट्रेलिया ने 20 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया ।
आस्ट्रेलिया ने 1987 के बाद पहला विश्व कप जीता । दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसके दो मैच क्रिकेट के इतिहास का हिस्सा बन गए । सुपर सिक्स चरण के पहले मैच में आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ ने 120 रन बनाये । हर्शल गिब्स ने वॉ का 56 के स्कोर पर कैच छोड़ा जिन्होंने उससे कहा ,‘‘ तुमने विश्व कप टपका दिया ।’’
सेमीफाइनल में फिर आस्ट्रेलिया के सामने दक्षिण अफ्रीका थी । दक्षिण अफ्रीका के एलेन डोनाल्ड दो गेंद बाकी रहते लांस क्लूसनर से हुई गलतफहमी के कारण रन आउट हो गए । मैच टाई हो गया और पिछले मैच की जीत के आधार पर आस्ट्रेलिया को विजयी घोषित किया गया ।
1996 , पाकिस्तान, भारत और श्रीलंका :
श्रीलंका ने फाइनल में आस्ट्रेलिया को सात विकेट से हराया ।
अरविंद डिसिल्वा श्रीलंका की जीत के सूत्रधार रहे जिन्होंने फाइनल में तीन विकेट लिये और दो कैच लपके । इसके साथ ही नाबाद 107 रन की पारी खेली ।
कोलंबो में तीन सप्ताह पहले आतंकवादी हमले के कारण आस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज ग्रुप चरण का मैच खेलने नहीं गए । कोलकाता ( कलकत्ता ) में श्रीलंका के आठ विकेट पर 251 रन के जवाब में भारत के आठ विकेट 120 रन पर गिरने के बाद दर्शकों ने पिच पर बोतलें फेंकी और दीर्घा में पटाखे जलाये । यह मैच रद्द करना पड़ा ।
1992, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड :
फाइनल में पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रन से हराया ।
पाकिस्तान ने इंग्लैंड को 22 रन से हराकर पहली बार खिताब जीता । जीत के सूत्रधार रहे इमरान खान, जावेद मियांदाद और वसीम अकरम । इस विश्व कप से ही रंग बिरंगी पोशाक और फ्लडलाइट का दौर शुरू हुआ । दक्षिण अफ्रीका 21 साल बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लौटा और सेमीफाइनल तक पहुंचा।
सिडनी में सेमीफाइनल मैच में बारिश हो गई जब उसे जीत के लिये 13 गेंद में 22 रन बनाने थे । डकवर्थ लुईस प्रणाली के आधार पर संशोधित लक्ष्य मिला एक गेंद में 21 रन । दक्षिण अफ्रीका के साथ दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों को इसका अफसोस रहा ।
1987 , भारत और पाकिस्तान :
आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को सात रन से हराया ।
आस्ट्रेलियाई कप्तान एलेन बॉर्डर को उनकी टीम ने ईडन गार्डंस पर कंधे पर बिठाया । पहली बार विश्व कप 60 की बजाय प्रति टीम 50 ओवरों का रहा । चेतन शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ ग्रुप चरण में हैट्रिक लगाई । ग्रुप चरण में कई मुकाबले काफी करीबी रहे ।
पाकिस्तान ने श्रीलंका को 15 रन से हराया , आस्ट्रेलिया ने भारत को एक रन से , न्यूजीलैंड ने जिम्बाब्वे को तीन रन से मात दी ।
1983 , इंग्लैंड :
भारत ने वेस्टइंडीज को 43 रन से हराया ।
कपिल के करिश्माई खिलाड़ियों ने वह कर दिखाया जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी । इसने भारतीय क्रिकेट के अब तक के सफर में मील के पत्थर की भूमिका निभाई । पिछली दो बार की चैम्पियन वेस्टइंडीज को हराकर भारत ने पहली बार खिताब जीता ।
फाइनल में भारतीय टीम 183 रन पर आउट हो गई लेकिन वेस्टइंडीज की टीम जवाब में 140 रन ही बना सकी । मोहिंदर अमरनाथ और मदन लाल ने तीन तीन विकेट लिये । इससे पहले कपिल ने जिम्बाब्वे के खिलाफ 175 रन बनाकर अपने दम पर भारत को जीत दिलाई थी ।
1979 , इंग्लैंड :
वेस्टइंडीज ने इंग्लैंड को 92 रन से हराया ।
विवियन रिचडर्स, कोलिन किंग की फाइनल में शानदार बल्लेबाजी के दम पर वेस्टइंडीज ने जीत दर्ज की । कैरी पैकर विश्व सीरिज क्रिकेट के कारण आस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी टूर्नामेंट में उपलब्ध नहीं थे ।
1975, इंग्लैंड :
वेस्टइंडीज ने आस्ट्रेलिया को 17 रन से हराया ।
पहला विश्व कप । खेल के इतिहास में बड़ा आंदोलन माना गया । वेस्टइंडीज की तूती बोल रही थी । इंग्लैंड के खिलाफ ग्रुप चरण के एक मैच में भारत के सुनील गावस्कर ने पूरे 60 ओवर खेलकर 36 रन बनाये ।
वेस्टइंडीज ने सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को हराया जबकि आस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को मात दी ।
Source: PTI News