हांगझोउ, तीन अक्टूबर (भाषा) सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल की शतकीय पारी के बाद रवि बिश्नोई की अगुवाई में स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी से भारत ने एशियाई खेलों की पुरुष टी20 क्रिकेट स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मंगलवार को यहां नेपाल को 23 रन से शिकस्त दी।
जायसवाल ने 49 गेंद की पारी में आठ चौके और सात छक्के जड़ 100 रन बनाये। भारत ने चार विकेट पर 202 रन बनाने के बाद नेपाल की पारी को नौ विकेट पर 179 रन पर रोक कर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की की।
जायसवाल ने कप्तान रुतुराज गायकवाड़ (23 गेंद में 25 रन) के साथ 59 गेंद में 103 रन की शतकीय साझेदारी कर टीम को शानदार शुरुआत दिलायी। शिवम दुबे (19 गेंद में नाबाद 25) और रिंकू सिंह (15 गेंद में नाबाद 37) ने पांचवें विकेट के लिए 22 गेंद में 52 रन की अटूट साझेदारी कर टीम के स्कोर को 200 के पार पहुंचाया। रिंकू ने दो चौके और चार छक्के जड़े जबकि दुबे ने दो चौके और एक छक्का लगाया।
लक्ष्य का पीछा करते समय नेपाल की टीम 13 ओवर में चार विकेट पर 120 रन बना कर अच्छी स्थिति में थी लेकिन बिश्नोई ने खतरनाक बल्लेबाज दीपेंद्र सिंह ऐरी (15 गेंद में 32 रन) और अर्शदीप ने संदीप जोरा (12 गेंद में 29 रन) को आउट कर मैच में भारत की वापसी करायी। दोनों ने पांचवें विकेट के लिए महज 20 गेंद में 45 रन की साझेदारी कर भारतीय खेमे में थोड़ी देर के लिए खलबली मचा दी थी।
बड़े स्कोर वाले इस मैच में बिश्नोई और पदार्पण कर रहे साई किशोर ने नेपाल की रन गति पर अंकुश लगाकर मैच में उलटफेर होने से टीम को बचा लिया।
बिश्नोई ने चार ओवर में 24 रन देकर तीन विकेट झटके जबकि पदार्पण कर रहे वामहस्त स्पिनर किशोर ने चार ओवर में महज 25 रन खर्च कर एक विकेट लिया। आवेश खान (चार ओवर में 32 रन पर तीन विकेट) और अर्शदीप सिंह (चार ओवर में 43 रन पर दो विकेट) ने भी विकेट चटकाये लेकिन नेपाल के बल्लेबाजों ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ आसानी से रन बटोरे। दुबे ने तीन ओवर में 37 रन लुटाये।
तेज गेंदबाजों का यह प्रदर्शन कोच वीवीएस लक्ष्मण के लिए चिंता का सबब होगा क्योंकि बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसी प्रतिद्वंद्वी टीमें उन्हें और परेशान करेंगी।
भारतीय कप्तान गायकवाड़ ने स्वीकार किया कि यह उनका सर्वश्रेष्ठ दिन नहीं था। वह हालांकि नेपाल के दमदार खेल से आश्चर्यचकित नहीं थे।
गायकवाड़ ने मैच के बाद कहा, ‘‘ मैं उनके प्रदर्शन से आश्चर्यचकित नहीं हूं। उनके खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का काफी अनुभव है। उन्होंने बड़ी टीमों के खिलाफ एशिया कप जैसे टूर्नामेंट खेले हैं। भारत के खिलाफ लगभग 250 रन बनाये थे। इसलिए मैं उनके पलटपार से अश्चर्यचकित नहीं था।’’
मैच में शतकीय पारी खेलने वाले जयसवाल हालांकि अपनी बल्लेबाजी से संतुष्ट दिखे।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भारत का प्रतिनिधित्व करके बहुत खुश हूं। मुझे खुद पर गर्व है कि अपनी भूमिका को अच्छे से निभा सका। मैंने उस (शतक) के बारे में नहीं सोचा था। शुरुआत में मेरे पास कुछ योजनाएं थीं। मैं बस अपने शॉट खेल कर रनगति को बनाये रखने की कोशिश कर रहा था।’’
इक्कीस साल के इस खिलाड़ी मैदान के चारों ओर बाउंड्री जड़ें। उन्होंने तेज गेंदबाजों और स्पिनरों के खिलाफ सहजता से चौके और छक्के लगाये।
रिंकू सिंह ने एक बार फिर मैच फिनिशर की अपनी भूमिका को शानदार तरीके से निभाया। उनकी पारी के बदौलत टीम ने 20वें ओवर में 25 रन बटोरे, जिसने इस मैच में बड़ा अंतर पैदा किया।
भाषा
Source: PTI News