नयी दिल्ली, 30 दिसंबर (भाषा) बाएं हाथ के अनुभवी बल्लेबाज वैभव रावल ने करीब चार घंटे तक तमिलनाडु के गेंदबाजों को विकेट लेने से रोक रखा जिससे दिल्ली ने शुक्रवार को यहां रणजी ट्रॉफी एलीट ग्रुप बी मैच में तमिलनाडु के खिलाफ हार को टाल दिया।
रावल ने 142 गेंद में नाबाद 95 रन की पारी खेली।
दिल्ली ने मैच के चौथे और अंतिम दिन अपनी दूसरी पारी में 71.5 ओवर की बल्लेबाजी की और टीम 262 रन पर आउट हो गयी। तमिलनाडु को जीत के लिए 18 ओवर में 139 रन का लक्ष्य मिला लेकिन कम होती रोशनी के बीच उनकी टीम सिर्फ छह ओवर ही बल्लेबाजी कर सकी। इस दौरान तमिलनाडु ने तीन विकेट गंवाकर 54 रन बना लिये थे।
साइ सुदर्शन (19 गेंद में 24 रन) ने इस दौरान दो शानदार छक्के जड़े।
दिल्ली के कप्तान यश धुल ने तमिलनाडु के बल्लेबाजों को तेजी से रन बनाने से रोकने के लिए सभी नौ क्षेत्ररक्षक को सीमा रेखा के पास लगाया।
इस दौरान दिल्ली के तेज गेंदबाज हर्षित राणा (27 रन पर एक विकेट) और कुलदीप यादव (27 रन पर दो विकेट) ने गेंदबाजी में थोड़ी देरी की। उन्होंने कभी मांसपेशियों में खिंचाव तो कभी जूते के फीते बांधने जैसी हरकत के साथ समय बर्बाद किया।
वे हर गेंद के बाद क्षेत्ररक्षकों को बदल रहे थे जिससे तमिलनाडु के बल्लेबाजों की हताशा बढ़ रही थी।
ड्रा मैच में दिल्ली को एक अंक दिलाने का पूरा श्रेय रावल को जाता है। 2012 में पदार्पण करने वाले इस क्रिकेटर का यह सिर्फ 20 प्रथम श्रेणी मैच है। उन्होंने अपनी पारी में 13 चौके लगाये और अपने अनुभव का फायदा उठाकर दिल्ली को हार से बचाया।
शानदार लय में चल रहे ध्रुव शोरे ने 115 गेंद में 70 रन बनाये और मौजूदा सत्र में सिर्फ तीन मैचों में ही 500 रन के आंकड़े को छुआ। शोरे और रावल ने चौथे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की जिसे वाशिंगटन सुंदर ने तोड़ा। सुंदर ने 43 रन देकर चार विकेट लिये।
मुंबई में ग्रुप के अन्य मैचों में सौराष्ट्र ने मुंबई के 48 रन से हराया। मुंबई को जीत के लिए 280 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन पार्थ भुट और युवराज डोडिया के चार-चार विकेट से टीम 231 रन पर आउट हो गयी।
असम ने हैदराबाद में घरेलू टीम को 18 रन से शिकस्त दी। जीत के लिए 250 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हैदराबाद की टीम 231 रन पर आउट हो गयी।
विजयनगर में महाराष्ट्र ने आंध्र को 131 रन से हराया।
Source: PTI News