अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ‘टाउम आउट’ होने वाले पहले बल्लेबाज बने मैथ्यूज

नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज सोमवार को यहां आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने।

नयी दिल्ली, छह नवंबर (भाषा) श्रीलंका के अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज सोमवार को यहां आईसीसी क्रिकेट विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ ‘टाइम आउट’ दिए गए और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इस तरह आउट होने वाले पहले बल्लेबाज बने।

सदीरा समरविक्रम के आउट होने के बाद मैथ्यूज जैसे ही क्रीज पहुंचे और हेलमेट लगाने लगे तो उसका स्ट्रैप टूट गया। उन्होंने ड्रेसिंग रूम से दूसरा हेलमेट लाने का इशारा किया लेकिन इसमें काफी समय लग गया। इस बीच बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने मैथ्यूज के खिलाफ टाइम आउट की अपील की और अंपायर मराइस इरासमस ने उन्हें आउट करार दे दिया।

मैथ्यूज ने अंपायर और शाकिब से बात की और अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप भी दिखाया लेकिन बांग्लादेश के कप्तान ने अपील वापस लेने से इनकार कर दिया और श्रीलंका के बल्लेबाज को वापस लौटना पड़ा।

मैथ्यूज इससे काफी नाराज दिखे और उन्होंने बाउंड्री पर अपने हेलमेट का टूटा हुआ स्ट्रैप सभी को दिखाया और फिर गुस्से में इसे जोर से जमीन पर दे मारा।

क्रिकेट के खेल के संरक्षक मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) के नियम 40.1.1 के अनुसार अगर किसी बल्लेबाज के आउट या रिटायर होने पर अगला बल्लेबाज नियमित समय के भीतर अगली गेंद का सामना नहीं करता है तो उसे टाइम आउट दिया जा सकता है।

एमसीसी के नियम के अनुसार, ‘‘विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले बल्लेबाज या अन्य बल्लेबाज को विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के तीन मिनट के भीतर अगली गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर यह जरूरत पूरी नहीं होती है तो आने वाले बल्लेबाज को टाउम आउट दिया जाएगा।’’

मैथ्यूज के मामले में हालांकि आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 के खेलने के हालात से जुड़ा नियम लागू हुआ जिसमें तीन मिनट के समय को घटाकर दो मिनट किया गया है।

विश्व कप 2023 के खेलने के हालात संबंधी नियम 40.1.1 के अनुसार, ‘‘विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के बाद, अगर अंपायर खेल नहीं रोकता है तो आने वाले बल्लेबाज या अन्य बल्लेबाज को विकेट गिरने या बल्लेबाज के रिटायर होने के दो मिनट के भीतर अगली गेंद का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए। अगर यह जरूरत पूरी नहीं होती है तो आने वाले बल्लेबाज को टाउम आउट दिया जाएगा।’’

शाकिब के अपील वापस नहीं लेने से हालांकि क्रिकेट भावना को लेकर सवाल भी उठे हैं।

इससे पहले 2006-07 में न्यूलैंड्स में एक टेस्ट के दौरान दक्षिण अफ्रीका के तत्कालीन कप्तान ग्रीम स्मिथ ने महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के खिलाफ ‘टाइम आउट’ की अपील नहीं की थी जबकि वह क्रीज पर देर से पहुंचे थे।

मैथ्यूज के विकेट ने एक नई बहस भी शुरू कर दी। मैच में शतक जड़ने वाले श्रीलंका के बल्लेबाज चरिथ असलंका ने इसे खेल भावना के लिए खराब करार दिया।

असलंका ने कहा, ‘‘मेरा कहना यह है कि मैथ्यूज के आउट होने का तरीका खेल भावना के लिए अच्छा नहीं है। ’’

कमेंटरी कर रहे पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज गेंदबाज वकार यूनिस ने इसे खेल भावना के विपरीत करार दिया जबकि भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने लिखा, ‘‘दिल्ली में आज जो हुआ वह बेहद निराशाजनक है।’’

ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने सवाल उठाया कि मैथ्यूज को ‘टाइम आउट’ कैसे दिया जा सकता है जबकि वह क्रीज पर थे और उनके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया था।

ख्वाजा ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एंजेलो क्रीज पर आया और उसके बाद उसके हेलमेट का स्ट्रैप टूट गया। यह टाइम आउट कैसे है। अगर वह क्रीज पर नहीं आता तो मैं टाइम आउट के पक्ष में था लेकिन यह बेवकूफाना है।’’

Source: PTI News

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