देवताले-ज्योति ने कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, रिकर्व टीम हारी

हांगझोउ, चार अक्टूबर (भाषा) भारतीय तीरंदाजों ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बुधवार को यहां फाइनल में दक्षिण कोरिया की जोड़ी को हराकर कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।

हांगझोउ, चार अक्टूबर (भाषा) भारतीय तीरंदाजों ज्योति सुरेखा वेन्नम और ओजस देवताले ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बुधवार को यहां फाइनल में दक्षिण कोरिया की जोड़ी को हराकर कंपाउंड मिश्रित टीम स्पर्धा में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।

मौजूदा खेलों में भारत के चार पदक हो गए हैं जो इंचियोन 2014 में एक स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल तीन पदक के देश के अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से बेहतर है।

फाइनल में 21 साल के विश्व चैंपियन देवताले ने एक अंक गंवाया लेकिन ज्योति ने अपने आठ तीर में ‘परफेक्ट’ स्कोर के साथ भारत की जीत की नींव रखी। शीर्ष दो वरीयता प्राप्त जोड़ियों के बीच हुए फाइनल में शीर्ष वरीय भारतीय जोड़ी ने बेहद रोमांचक और करीबी मुकाबले में जो चेइवोन और जू जेइहून की जोड़ी को 159-158 से हराया।

किसी के लिए भी 140 मिनट के भीतर क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल के रूप में लगातार तीन नॉकआउट मुकाबले खेलना मुश्किल हो सकता है लेकिन भारतीय जोड़ी विशेषकर 27 साल की ज्योति ने अहम लम्हों पर शानदार प्रदर्शन करके स्वर्ण पदक सुनिश्चित किया।

भारतीय जोड़ी ने इन तीन मुकाबलों में सिर्फ चार अंक गंवा जो उनके दबदबे को दर्शाता है।

देवताले ने जीत के बाद कहा,‘‘मैं इस नतीजे से हैरान नहीं हूं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमें पता था कि हम ऐसा कर सकते हैं। यह काफी करीबी था लेकिन हमने अपनी फॉर्म बरकरार रखी, हमने प्रत्येक स्थिति में धैर्य बनाए रखा।’’

भारतीय जोड़ी ने इससे पहले सेमीफाइनल में आदेल झेशेनबिनोवा और आंद्रे त्युत्युन की कजाखस्तान जोड़ी के खिलाफ एक बार नौ अंक को छोड़कर हर बार 10 अंक जुटाए और 159-154 से जीत दर्ज करते हुए खिताबी मुकाबले में प्रवेश किया।

ज्योति और देवताले ने क्वार्टर फाइनल में मलेशिया की जोड़ी को 158-155 से हराकर सेमीफाइनल में जगह सुनिश्चित की थी।

कजाखस्तान की चौथी वरीय जोड़ी ने क्वार्टर फाइनल में थाईलैंड को 154-152 से हराया था।

स्वर्ण पदक के मुकाबले में भारतीय जोड़ी ने पहले चरण में चारों तीर 10 अंक पर मारकर कोरियाई जोड़ी पर 40-39 की बढ़त बनाई।

दूसरे चरण में हालांकि कोरियाई जोड़ी ने चार बार 10 अंक जुटाए। भारतीय जोड़ी भी चारों निशाने 10 अंक पर मारकर 80-79 की बढ़त बनाने में सफल रही।

तीसरे चरण में ओजस का एक तीर नौ अंक पर जाकर लगातार जबकि बाकी सभी खिलाड़ियों ने 10 अंक बनाए जिससे मुकाबला 119-119 से बराबर हो गया।

भारतीय तीरंदाजों ने अंतिम चरण में चार बार 10 अंक जुटाकर जीत सुनिश्चित की।

फाइनल में नौ अंक बनाने के बाद देवताले ने अपना मनोबल बढ़ाने का श्रेय दो बार के विश्व कप फाइनल विजेता और भारत के कंपाउंड वर्ग के मुख्य कोच सर्जियो पेगनी को दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘यह परफेक्ट था और मैं इसका लुत्फ उठा रहा था। जैसा कि हमारे कोच ने कहा ‘यह केक के टुकड़े की तरह है और आपको सिर्फ 10 अंक पर निशाना लगाना है।’।’’

देवताले ने कहा, ‘‘सूरज चमक रहा था और परिस्थितियां सामान्य थी लेकिन अब थोड़ी हवा चलने लगी है। ’’

यह पूछने पर कि क्या गत विश्व चैंपियन होने के कारण उन पर दबाव था, देवताले ने कहा, ‘‘दबाव खत्म हो गया था, मैं स्वच्छंद होकर खेल रहा था, लुत्फ उठा रहा था।’’

क्वार्टर फाइनल में भारतीय जोड़ी ने ठोस शुरुआत करते हुए 40-39 की बढ़त बनाई लेकिन दूसरे चरण में भारत के दोनों खिलाड़ियों ने दो अंक गंवाए जिससे मोहम्मद जुवैदी बिन माजुकी और फातिन नूरफतेहाह मेट सालेह की मलेशिया की जोड़ी बराबरी हासिल करने में सफल रही।

गत सीनियर विश्व चैंपियन देवताले बेहद मामूली अंतर से 10 अंक से चूक गए जिससे टीम की सीनियर साथी ज्योति पर दबाव आया गया। विश्व कप में कई बार की स्वर्ण पदक विजेता ज्योति भी इसके बाद चूक गई जिससे भारतीय जोड़ी ने दूसरा चरण 38-39 से गंवाया।

भारतीय जोड़ी ने हालांकि शानदार जज्बा दिखाते हुए तीसरे चरण में सभी तीर 10 अंक पर लगाए। मोहम्मद जुवैदी ने दिन का अपना पहला अंक गंवाया जिससे भारत ने 118-117 से बढ़त बना ली।

निर्णायक चौथे चरण में मलेशिया के तीरंदाजों को पहले मौका मिला और उन्होंने लगातार दो बार 10 अंक जुटाए। भारतीय जोड़ी ने भी दबाव के बाद दोनों निशाने 10 अंक पर लगाए।

ज्योति का 10 अंक का निशाना इसके बाद निर्णायक साबित हुआ जब 32 साल की फातिन आठ अंक ही जुटा सकी और मलेशिया की जोड़ी को हार का सामना करना पड़ा।

शनिवार को व्यक्तिगत फाइनल में देवताले का सामना टीम के सीनियर साथी अभिषेक वर्मा से होगा जबकि शीर्ष वरीय ज्योति सो चेइवोन से भिड़ेंगी।

भारतीय पुरुष और महिला कंपाउंड टीम भी पदक की दौड़ में बनी हुई हैं। दोनों टीम क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुकी हैं।

रिकर्व मिश्रित युगल में हालांकि अतनु दास और अंकिता भकत की जोड़ी को क्वार्टर फाइनल में इंडोनेशिया के खिलाफ 4-2 की बढ़त बनाने के बावजूद शूट ऑफ में हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय जोड़ी को रियाअु इगा अगाता सालसाबिला और डियानांडा चोइरुनिसा की जोड़ी के खिलाफ 4-5 (36-35, 35-36, 38-35, 34-40) (19-20) से शिकस्त झेलनी पड़ी।

रिकर्व वर्ग में अब भारत की उम्मीदें शुक्रवार को होने वाली पुरुष और महिला टीम स्पर्धाओं पर है।

Source: PTI News

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