अहमदाबाद, 11 मार्च (भाषा) युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल ने परिपक्वता दिखाकर नाबाद शतक जमाया जिसे भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन शनिवार को यहां चाय के विश्राम तक दो विकेट पर 188 रन बनाए।
सभी प्रारूपों में बेहतरीन फॉर्म में चल रहे गिल ने अंतिम एकादश में केएल राहुल पर प्राथमिकता दिए जाने को सही साबित करते हुए नाबाद 103 रन बनाए हैं जिसमें 10 चौके और एक छक्का शामिल है। यह उनका टेस्ट क्रिकेट में दूसरा शतक है।
उन्होंने कप्तान रोहित शर्मा (58 गेंदों पर 35 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 74 और चेतेश्वर पुजारा (121 गेंदों पर 42 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी की।
चाय के विश्राम के समय उनके साथ विराट कोहली क्रीज पर थे जिन्हें अभी अपना खाता खोलना है। भारत अभी ऑस्ट्रेलिया से 292 रन पीछे है जिसने अपनी पहली पारी में 480 रन बनाए थे।
गिल के शतक को छोड़ दिया जाए तो भारत ने दूसरे सत्र में केवल 59 रन बनाए क्योंकि गेंद पुरानी होने के साथ उस पर स्ट्रोक खेलना मुश्किल हो रहा है।
पिच हालांकि अभी बल्लेबाजी के लिए अनुकूल है और गिल को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं हुई।
गिल बीच में धीमे पड़ गए थे लेकिन जल्द ही वह अपने नैसर्गिक अंदाज में खेलने लग गए। उन्होंने पहले नाथन लियोन पर उनके सिर के ऊपर से चौका जड़ा और फिर पैडल स्कूप से अपना शतक पूरा किया।
भारत ने पहले सत्र में रोहित का विकेट गंवाया जिन्होंने बल्लेबाजी के लिए अनुकूल पिच पर बड़ा स्कोर बनाने का सुनहरा मौका गंवाया। उन्हें बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहेनमन ने आउट किया।
रोहित अच्छे प्रवाह में बल्लेबाजी कर रहे थे और उन्होंने मिशेल स्टार्क पर पुल करके छक्का भी लगाया था।
वह कुहेनमन की जिस गेंद पर आउट हुए वह विकेट लेने वाली गेंद नहीं थी। यह शॉर्ट पिच गेंद थी जिसे रोहित मैदान के किसी भी भाग में खेल सकते थे लेकिन उन्होंने इसे बैकफुट पर जाकर खेला और शार्ट एक्स्ट्रा कवर पर खड़े मार्नस लाबुशेन को कैच दे दिया।
पुजारा भी बड़ी पारी खेलने की स्थिति में दिख रहे थे लेकिन चाय के विश्राम से ठीक पहले टॉड मरफी ने उन्हें पगबाधा आउट करके ऑस्ट्रेलिया को दूसरी सफलता दिलाई। पुजारा ने डीआरएस का सहारा भी लिया लेकिन यह भी उनके काम नहीं आया।
Source: PTI News