कुहनेमैन और ख्वाजा ने ऑस्ट्रेलिया को बढ़त दिलाई

इंदौर, एक मार्च (भाषा) बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन ने अपने दूसरे ही टेस्ट में पांच विकेट चटकाए और फिर सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने अर्धशतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन बुधवार को यहां पहली पारी में चार विकेट पर 156 रन के साथ भारत पर 47 रन की बढ़त बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा।

इंदौर, एक मार्च (भाषा) बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन ने अपने दूसरे ही टेस्ट में पांच विकेट चटकाए और फिर सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने अर्धशतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच के पहले दिन बुधवार को यहां पहली पारी में चार विकेट पर 156 रन के साथ भारत पर 47 रन की बढ़त बनाकर अपना पलड़ा भारी रखा।

स्पिन की अनुकूल पिच पर कुहनेमैन (16 रन पर पांच विकेट) और अनुभवी ऑफ स्पिनर नाथन लियोन (35 रन पर तीन विकेट) ने भारत को 33.2 ओवर में 109 रन पर समेट दिया।

भारत के लिए विराट कोहली 52 गेंद में 22 रन बनाकर शीर्ष स्कोरर रहे जबकि खराब फॉर्म से जूझ रहे लोकेश राहुल की जगह टीम में शामिल शुभमन गिल ने 21 रन बनाए।

ऑस्ट्रेलिया ने इसके जवाब में ख्वाजा (60) और मार्नस लाबुशेन (31) के बीच दूसरे विकेट की 96 रन की साझेदारी से मैच में अपनी स्थिति मजबूत रखी। यह ऑस्ट्रेलिया की ओर से श्रृंखला की सबसे बड़ी साझेदारी है। दिन का खेल खत्म होने पर पीटर हैंड्सकॉम्ब सात जबकि कैमरन ग्रीन छह रन बनाकर खेल रहे थे।

भारत ने उम्मीद के मुताबिक गेंदबाजी की शुरुआत रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा (63 रन पर चार विकेट) की स्पिन जोड़ी से कराई। जडेजा ने पारी के दूसरे ओवर में ही ट्रेविस हेड (09) को पगबाधा किया। मैदानी अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया था लेकिन डीआरएस लेने पर उन्हें अपना फैसला बदलना पड़ा।

लाबुशेन भी इसके बाद जडेजा की गेंद को विकेटों पर खेल गए लेकिन यह नोबॉल हो गई। लाबुशेन ने इस जीवनदान का पूरा फायदा उठाया और ख्वाजा के साथ मिलकर चाय तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर एक विकेट पर 71 रन तक पहुंचाया।

लाबुशेन अश्विन के पारी के 11वें ओवर में भाग्यशाली रहे जब पगबाधा की विश्वसनीय अपील पर भारत ने डीआरएस नहीं लिया और रीप्ले में दिखा कि गेंद विकेटों से टकराती।

चाय के बाद भी भारत को सफलता के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। ख्वाजा ने 30वें ओवर में अश्विन की गेंद पर एक रन के साथ 102 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। इसी ओवर में ऑस्ट्रेलिया के रनों का शतक भी पूरा हुआ।

जडेजा ने 108 रन के स्कोर पर नीची रहती गेंद पर लाबुशेन को बोल्ड करके भारत को दूसरी सफलता दिलाई।

ख्वाजा भी इसके बाद जडेजा की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में मिडविकेट पर गिल को कैच दे बैठे। उन्होंने 147 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे।

कप्तान स्टीव स्मिथ ने 38 गेंद में 26 रन की पारी के दौरान कुछ आकर्षक शॉट खेले लेकिन जडेजा की गेंद पर विकेटकीपर भरत को कैच दे बैठे।

हैंड्सकॉम्ब और ग्रीन ने हालांकि इसके बाद ऑस्ट्रेलिया को और झटके नहीं लगने दिए।

पहले दो टेस्ट की तरह पिच से स्पिनरों को काफी मदद मिलने की उम्मीद थी लेकिन होलकर स्टेडियम की पिच पर पहले ही घंटे में गेंद ने काफी टर्न लिया और कुछ मौकों पर गेंद नीची भी रही जो थोड़ा हैरानी भरा था।

पहले सत्र में सात विकेट गंवाने के बाद भारत ने दूसरे सत्र में 25 रन जोड़कर अपने बाकी बचे तीन विकेट भी गंवा दिए। कुहनेमैन ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

उमेश यादव अगर 13 गेंद में दो छक्कों और एक चौके से 17 रन की पारी नहीं खेलते तो भारत को 100 रन के आंकड़े को पार करने के लिए भी जूझना पड़ता।

इससे पहले स्पिन की अनुकूल पिच पर आक्रामक रवैया अपनाने की रणनीति भारत पर भारी पड़ी और मेजबान टीम के तीन बल्लेबाज रोहित शर्मा (12), रविंद्र जडेजा (04) और श्रेयस अय्यर (00) आक्रामक रुख अपनाने की कोशिश में आउट हुए।

श्रृंखला में पहली बार टॉस जीतने के बाद भारतीय कप्तान रोहित ने उम्मीद के मुताबिक पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।

स्टार्क ने पहले ही ओवर में स्विंग होती गेंदों पर रोहित को परेशान किया। पहली ही गेंद ने रोहित के बल्ले का हल्का किनारा लिया लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस नहीं लिया। तीन गेंद बाद स्टार्क की अंदर आती गेंद रोहित के पैड पर लगी और इस बार भी ऑस्ट्रेलिया ने डीआरएस का सहारा नहीं लिया जबकि रीप्ले में दिखा कि गेंद ऑफ स्टंप से टकराती।

ऑस्ट्रेलिया ने छठे ओवर में कुहनेमैन के रूप में स्पिनर को आजमाया और उनके ओवर की अंतिम गेंद को रोहित आगे बढ़कर खेलने के प्रयास में चूक गए और विकेटकीपर एलेक्स कैरी ने उन्हें स्टंप कर दिया।

कुहनेमैन ने इसके बाद गिल (21) को स्लिप में स्मिथ के हाथों कैच कराया।

चेतेश्वर पुजारा (01) सिर्फ चार गेंद खेलने के बाद लियोन की ऑफ साइड से तेजी से स्पिन होती गेंद पर बोल्ड हो गए।

जडेजा लियोन की गेंद पर डीआरएस का सहारा लेकर पगबाधा से बचे लेकिन अगली ही गेंद को शॉर्ट एक्सट्रा कवर पर कुहनेमैन के हाथों में खेल गए जिससे भारत का स्कोर चार विकेट पर 44 रन हो गया।

कुहनेमैन की गेंद को विकेटों पर खेलकर अय्यर पवेलियन लौटे जिससे भारत ने शुरुआती घंटे में ही अपनी आधी टीम गंवा दी।

कोहली और श्रीकर भरत (17) ने छठे विकेट के लिए 26 रन जोड़े। यह जोड़ी आत्मविश्वास से भरी नजर आ रही थी। मर्फी ने कोहली को पगबाधा किया। भरत ने मर्फी पर छक्का जड़ा लेकिन लियोन की सीधी गेंद को चूककर पगबाधा हो गए।

लंच के बाद कुहनेमैन ने अश्विन को कैरी के हाथों कैच कराया। उमेश ने लियोन और फिर मर्फी पर छक्के के साथ 31वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया।

कुहनेमैन ने उमेश को पगबाधा करके पहली बार पारी में पांच विकेट हासिल किए जबकि मोहम्मद सिराज (00) के रन आउट होने से भारतीय पारी का अंत हुआ।

Source: PTI News

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