आरहस (डेनमार्क), आठ अक्टूबर (बैडमिंटन न्यूज़) सुदीरमन कप के लचर प्रदर्शन को भुलाकर भारत अब शनिवार से यहां शुरू होने वाले थामस और उबेर कप में साइना नेहवाल तथा चिराग शेट्टी और सात्विकसाइराज रंकीरेड्डी जैसे स्टार खिलाड़ियों के दम पर बेहतर प्रदर्शन करना चाहेगा।
कुछ स्टार खिलाड़ियों की अनुपस्थिति और सीनियर खिलाड़ियों के लय में नहीं होने के कारण भारत पिछले सप्ताह फिनलैंड के वनाता में खेले गये सुदीरमन कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था।
लेकिन साइना तथा चिराग और सात्विक की वापसी से भारत महिला एवं पुरुष टीम प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेगा। एक सप्ताह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में पांच महाद्वीपों के 16 देश भाग लेंगे।
पुरुषों के थॉमस कप में भारतीय टीम को ग्रुप सी में चीन, नीदरलैंड और ताहिती के साथ रखा गया है जबकि महिला टीम को उबेर कप के ग्रुप बी में थाईलैंड, स्पेन और स्कॉटलैंड के साथ रखा गया है।
पुरुष टीम अपना पहला मैच नीदरलैंड से जबकि महिला टीम स्पेन से खेलेगी।
दस सदस्यीय पुरुष टीम में चार एकल खिलाड़ी और तीन युगल जोड़ियां शामिल हैं। एकल में बी साई प्रणीत के अलावा दुनिया के पूर्व नंबर एक किदांबी श्रीकांत, समीर वर्मा और किरण जॉर्ज जबकि युगल में चिराग और सात्विक की दुनिया की 10वें नंबर की जोड़ी, ध्रुव कपिला और एमआर अर्जुन तथा कृष्ण प्रसाद और विष्णु वर्धन चुनौती पेश करेंगे।
चिराग का मानना है कि भारत के पास पदक जीतने का मौका है।
उन्होंने कहा, ‘‘ड्रा को देखते हुए भारत को क्वार्टर फाइनल तक तो पहुंचना चाहिए। इसके बाद पदक जीतने के लिये हमें अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। मेरा मानना है कि भारत के पास मौका है। ’’
भारतीय पुरुष टीम पिछले 11 वर्षों में थामस कप के नाकआउट चरण में नहीं पहुंच पायी है।
महिला टीम ने उबेर कप में 2014 और 2016 में कांस्य पदक जीता था लेकिन इस बार उसे ओलंपिक में दो बार की पदक विजेता पी वी सिंधू की कमी खलेगी जिन्होंने तोक्यो खेलों के बाद विश्राम करने का निर्णय किया था।
तोक्यो खेलों में जगह नहीं बना पाने वाली लंदन ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना पर भारतीय दारोमदार टिका रहेगा जबकि युवा मालविका बंसोद, अदिति भट्ट और तसनीम मीर भी अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगी।
महिला युगल में अश्विनी पोनप्पा और एन सिक्की रेड्डी वरिष्ठ खिलाड़ी हैं। उन पर अच्छा प्रदर्शन करने के अलावा तनीषा क्रैस्टो और रुतुपर्णा पांडा तथा गायत्री गोपीचंद और ट्रीसा जॉली जैसी युवा खिलाड़ियों का मार्ग निर्देशन करने की भी जिम्मेदारी होगी।
भाषा