भारतीय ताइक्वांडो टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए, लकी राठी उन सात एथलीटों में से एक थे, जिन्होंने इज़राइल ओपन 2022 ताइक्वांडो चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल किया। इस एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने खेल में अपनी यात्रा, अब तक के अनुभवों, चुनौतियों पर काबू पाने, ताइक्वांडो की आदर्श और भविष्य के लक्ष्यों के बारे में बोलते हैं।
Q 1) हमें अपनी ताइक्वांडो यात्रा के बारे में बताएं, आपको खेल से कैसे परिचित कराया गया और आपने इसे पेशेवर रूप से कैसे अपनाया?
मैंने स्कूल में ताइक्वांडो की शुरुआत की। मेरे भाई ताइक्वांडो एथलीट थे और उन्हें देख कर मैंने खेल शुरू किया।
Q 2) इज़राइल ओपन 2022 ताइक्वांडो चैंपियनशिप में आपका अनुभव कैसा रहा?
इज़राइल में मेरा अनुभव बहुत अच्छा रहा और मेरा प्रदर्शन मेरे विचार से बेहतर था। मेरे जब मैंने फाइट जीतना शुरू किया तो आत्मविश्वास बढ़ा।
Q 3) आपने अपने करियर में किन सबसे बड़ी चुनौतियों का सामना किया है? आपने इसे कैसे पार किया?
मैंने अपने करियर में बहुत चुनौतियों का सामना नहीं किया है। मेरे कोच हरीश टोकस इतने अच्छे इंसान हैं और बहुत सपोर्टिव भी हैं लेकिन मुझे आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ा क्योंकि मैं एक मध्यम वर्गीय परिवार से आता हूं।
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Q 4) आपकी कुछ ताइक्वांडो आदर्श कौन हैं जिनसे आप प्रेरित हुए हैं?
मेरी ताइक्वांडो मूर्ति शौर्य प्रताप राठी है, वह मेरे बड़े भाई हैं। वह मेरे लिए सबसे बड़ी प्रेरणा हैं।
Q 5) आपके भविष्य के लक्ष्य क्या हैं और आप उन्हें कैसे प्राप्त करने की योजना बना रहे हैं?
हर एथलीट की तरह मेरा लक्ष्य ओलंपिक तक पहुंचना है। मैं टोकस ताइक्वांडो अकादमी में ओलंपियन बनने के लिए प्रशिक्षण ले रहा हूं। मैं भविष्य में ओलंपियनों के साथ प्रशिक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय शिविरों में भी जाऊंगा।