भुवनेश्वर, आठ सितंबर (हॉकी न्यूज़) भारत को भुवनेश्वर और राउरकेला में अगले साल जनवरी में होने वाले एफआईएच पुरुष हॉकी विश्व कप के पूल डी में इंग्लैंड, स्पेन और वेल्स के साथ रखा गया है।
गुरुवार को 16 टीम के इस टूर्नामेंट का ड्रॉ हुआ। टीम को चार पूल में बांटा गया है और प्रत्येक पूल में चार-चार टीम होंगी। विश्व कप का आयोजन 13 से 29 जनवरी तक किया जाएगा।
दुनिया की पांचवें नंबर की टीम भारत पूल डी में शीर्ष रैंकिंग वाली टीम है। पूल में भारत की भिड़ंत छठे नंबर की टीम इंग्लैंड, दो बार के रजत पदक विजेता स्पेन और वेल्स से होगी।
स्पेन दुनिया की आठवें जबकि वेल्स 16वें नंबर की टीम है। वेल्स की टीम पहली बार विश्व कप में खेल रही है।
पूल ए में 2018 में पिछले विश्व कप की कांस्य पदक विजेता और दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया के साथ 2016 के ओलंपिक चैंपियन अर्जेन्टीना, फ्रांस और अफ्रीकी चैंपियन दक्षिण अफ्रीका को रखा गया है।
गत चैंपियन बेल्जियम की टीम को शीर्ष वरीयता दी गई है और उसे पूल बी में 2006 के चैंपियन जर्मनी, कोरिया और जापान के साथ रखा गया है। बेल्जियम दुनिया की दूसरे जबकि जर्मनी चौथे नंबर की टीम है।
पूल सी में पिछले टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाने वाली दुनिया की तीसरे नंबर की टीम नीदरलैंड को न्यूजीलैंड, मलेशिया और पदार्पण कर रहे चिली के साथ रखा गया है।
ड्रॉ के दौरान भारत, आस्ट्रेलिया, बेल्जियम और नीदरलैंड को एक जून की उनकी एफआईएच विश्व रैंकिंग के आधार पर अपने-अपने पूल में सबसे पहले जगह मिली।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, एफआईएच के कार्यवाहक अध्यक्ष सैफ अहमद, राज्य के खेल मंत्री तुषारकांति बेहड़ा, प्रशासकों की समिति (सीओए) के सदस्य एसवाई कुरैशी और जफर इकबाल भी इस मौके पर मौजूद थे।
पटनायक ने कहा, ‘‘हमें इस तरह के उत्कृष्ट टूर्नामेंट के लिए दुनिया की सर्वश्रेष्ठ हॉकी टीम और खिलाड़ियों का स्वागत करते हुए हमेशा गर्व होता है।’’
अहमद ने कहा, ‘‘हम भुवनेश्वर के प्रतिष्ठित कलिंग हॉकी स्टेडियम के साथ-साथ हॉकी के नए ‘गहने’ राउरकेला के बिरसा मुंडा हॉकी स्टेडियम में दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम को देखने का और इंतजार नहीं कर सकते।’’
भाषा
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