गुरूग्राम, 31 मई (स्पोर्ट्स न्यूज़) देश भर के 100 से अधिक ‘स्पीड स्केटर’ ने 17वीं राष्ट्रीय ‘स्पीड स्केटिंग’ चैंपियनशिप में अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिसका समापन आज सुबह यहां के इंडोर आइस स्केटिंग परिसर ‘आईस्केट’ में हुआ।
‘स्पीड स्केटिंग’ ‘आइस स्केटिंग’ का एक प्रतिस्पर्धी रूप है जिसमें प्रतियोगी स्केट पर एक निश्चित दूरी में एक-दूसरे से दौड़ लगाते हैं।
बर्फ के ऊपर स्केटिंग को स्पीड स्केटिंग या आइस स्केटिंग कहा जाता है।
‘स्पीड स्केटर्स’ को आयु के आधार पर विभिन्न वर्गों में विभाजित किया गया था । इसमें ‘नोविस (10 वर्ष से कम), जूनियर डी (10 से 13 वर्ष), जूनियर सी (13 से 15 वर्ष), जूनियर बी (15 से 17 वर्ष), जूनियर ए (17 से 19 वर्ष) और सीनियर (19 वर्ष से अधिक) के अलग-अलग वर्ग थे।
सोमवार और मंगलवार को मुख्य प्रतियोगिता से पहले दो दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया था। राष्ट्रीय स्पीड स्केटिंग शिविर के दौरान, एथलीटों को विशेषज्ञ राष्ट्रीय कोच अवदुथ तावड़े, सुबोध पाटिल, रवि ढिल्लों, राहुल पांडेकर, गीतेश वैद्य और एमडी अब्बास द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।
इस मौके पर भारतीय आइस स्केटिंग संघ के महासचिव, जेएस साहनी ने कहा, ‘‘मैं इस तरह के प्रतिभाशाली बच्चों को चैंपियनशिप में प्रदर्शन करते हुए देखकर बहुत उत्साहित हूं।’’
प्रत्येक श्रेणी में विजेता को 20,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया। दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वालों को क्रमशः 15,000 रुपये और 10,000 रुपये से सम्मानित किया गया।
कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद राष्ट्रीय ‘स्पीड स्केटिंग’ चैंपियनशिप का आयोजन किया गया।।
भाषा
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