सुलेमानिया (इराक), 11 मई (तीरंदाजी न्यूज़) भारत के जूनियर तीरंदाजों ने एशिया कप चरण दो में शानदार प्रदर्शन किया जिससे बुधवार को प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत कुल आठ स्वर्ण, चार रजत और दो कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा।
प्रतियोगिता के अंतिम दिन भारत ने पांच स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य पदक जीता। भारतीय तीरंदाजों ने कंपाउंड पुरुष व्यक्तिगत वर्ग में तीनों पदक जीतकर क्लीन स्वीप किया।
रिकर्व तीरंदाज मृणाल चौहान ने अंतिम दिन भारतीय चुनौती की अगुआई करते हुए दो स्वर्ण पदक जीते जबकि प्रथमेश फुगे ने कंपाउंड वर्ग में दबदबा बनाते हुए स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई।
भारत ने इस तरह बांग्लादेश को पछाड़ा जो मार्च में बैंकॉक में चरण एक के प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रहा जहां वह पदक तालिका में शीर्ष पर रहा था।
कोरिया, चीन और चीनी ताइपे जैसी दिग्गज टीम की गैरमौजूदगी में भारत ने इस महाद्वीपीय प्रतियोगिता के लिए अपनी जूनियर टीम भेजी थी।
भारत के स्वर्णिम दिन की शुरुआत भजन कौर, अवनी और लक्ष्मी हेमब्रोम की तिकड़ी ने स्वर्ण पदक के साथ की। भारतीय टीम ने अख्तर नसरीन, दिया सिद्दिकी और ब्यूटी रे की बांग्लादेश की टीम को पछाड़कर दिन का पहला स्वर्ण पदक जीता।
भारतीय टीम ने 0-2 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए स्कोर 4-4 से बराबर किया। शूट आफ में भी मुकाबला कड़ा रहा जहां दोनों टीम ने 10, 10 और 9 अंक जुटाए। भारत के 10 अंक में से एक तीर केंद्र के सबसे करीब होने के कारण भारत को विजेता घोषित किया गया।
भारत की पुरुष रिकर्व टीम को हालांकि बांग्लादेश को 5-1 से हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी।
दोनों टीम ने पहले सेट में 55 अंक जुटाए जिसके बाद पार्थ सालुंके, मृणाल और जुयेल सरकार ने अगले दो सेट 57-55 और 56-54 से जीतकर भारत को दिन का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
भारत हालांकि रिकर्व मिश्रित टीम फाइनल में इस सफलता को दोहराने में नाकाम रहा जहां पार्थ और भजन की जोड़ी को 2-0 की बढ़त बनाने के बावजूद उज्बेकिस्तान के अब्दुसातोरोवा जियोदाखोन और आमिरखान सादिकोव के खिलाफ 4-5 की हार से रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
भारतीय जोड़ी ने पहला सेट 35-34 से जीता लेकिन दूसरे सेट में 35-37 से हार का सामना करना पड़ा। तीसरे सेट में 38-36 की जीत से पार्थ और भजन ने 4-2 की बढ़त बनाई लेकिन चौथे सेट में उनकी 34-36 से शिकस्त से स्कोर 4-4 हो गया।
शूट आफ में पार्थ और भजन ने दो नौ अंक के साथ 18 अंक जुटाए जबकि उज्बेकिस्तान की जोड़ी ने 10 और नौ अंक के साथ 19 अंक से स्वर्ण पदक जीत लिया।
दोपहर के सत्र में पार्थ ने सादिकोव को 6-4 से हराकर रिकर्व पुरुष व्यक्तिगत वर्ग का कांस्य पदक जीता। उनके नाम एक टीम स्वर्ण, मिश्रित टीम रजत और व्यक्तिगत कांस्य पदक के साथ कुल तीन पदक रहे।
भजन को रिकर्व महिला व्यक्तिगत फाइनल में माहता अब्दोलाही के खिलाफ 2-6 की शिकस्त से रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
चौहान ने एकतरफा फाइनल में टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे शीर्ष रिकर्व तीरंदाज रुमान शाना (विश्व रैंकिंग 42) को 6-2 से हराकर पुरुष व्यक्तिगत वर्ग का खिताब जीता।
कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में आल इंडियन फाइनल में हुए। साक्षी चौधरी ने परनीत कौर को 140-138 से हराकर महिला व्यक्तिगत वर्ग का खिताब जीता। प्रतियोगिता के अंतिम मुकाबले में प्रथमेश ने टूर्नामेंट में हिस्सा ले रहे शीर्ष कंपाउंड तीरंदाज ऋषभ यादव (दुनिया के 66वें नंबर के तीरंदाज) को करीबी मुकाबले में 146-144 से हराकर स्वर्ण पदक की हैट्रिक बनाई।
प्रथमेश ने मंगलवार को कंपाउंड टीम स्वर्ण और कंपाउंड मिश्रित टीम स्वर्ण भी जीता था।
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