नयी दिल्ली, 22 सितंबर (भाषा) एशियाई खेलों के लिए चीन का वीजा नहीं मिलने के बाद से वुशु खिलाड़ी मेपुंग लामगू से अरूणाचल प्रदेश में उनके परिवार वाले संपर्क नहीं कर पा रहे हैं जिससे वे काफी चिंतित हो गये हैं कि कहीं उसने अपने साथ कुछ कर नहीं लिया हो।
अरूणाचल प्रदेश की तीन वुशु खिलाड़ियों को हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए चीन की यात्रा का वीजा नहीं मिला था जिसमें यह 20 वर्षीय मेपुंग लामगू भी शामिल थीं।
गुरुवार को वीजा नहीं मिलने की खबर आयी तो ईटानगर में पेशे से डाक्टर उनके भाई गांधी लामगू ने जब उनसे अंतिम बार बात की थी तो वह लगातार रोये जा रह थीं। लेकिन इसके बाद से उनका इस खिलाड़ी से संपर्क नहीं हुआ है।
गांधी ने ईटानगर से पीटीआई से कहा, ‘‘अब वह हमारा फोन भी नहीं उठा रही है और यह ‘स्विच ऑफ’ आ रहा है। हम उसके बारे में काफी चिंतित हैं कि कहीं वह रो रो कर कुछ कर ना ले। ’’
गांधी लामगू ने अपने माता-पिता को भी यह बात नहीं बतायी है क्योंकि वे भी घर पर चिंतित हो जायेंगे जो ईटानगर से करीब 200 किमी दूर गांव सेप्पा में रहते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं भी अपने करियर के मुश्किल पड़ाव में हूं क्योंकि मैं छुट्टी नहीं ले सकता हूं और आर्थिक रूप से भी इतना सक्षम नहीं हूं। इसलिये पापा को चिंता होगी और मैंने उन्हें यह सब नहीं बताया है। वहां फोन नेटवर्क कवरेज भी खराब है। मैं उन्हें भावनात्मक रूप से परेशान नहीं करना चाहता हूं। ’’
Source: PTI News