नयी दिल्ली, नौ जून ( भाषा ) भारतीय कुश्ती महासंघ के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों की जांच तेज करते हुए दिल्ली पुलिस शुक्रवार को एक महिला पहलवान को उनके कार्यालय ले गई ताकि उन घटनाक्रमों का नाटकीय रूपांतरण किया जा सके जिसके तहत यौन उत्पीड़न की घटना हुई थी ।
बृजभूषण के आधिकारिक आवास में ही डब्ल्यूएफआई का कार्यालय भी है ।
खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रदर्शनकारी पहलवानों को आश्वासन दिया है कि इस मामले में आरोप पत्र 15 जून तक दाखिल हो जायेगा और तब तक पहलवानों ने भी अपना प्रदर्शन स्थगित कर दिया है ।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि एक महिला पुलिसकर्मी के साथ पहलवान को करीब डेढ बजे डब्ल्यूएफआई कार्यालय ले जाया गया ।
उन्होंने कहा ,‘‘ वे करीब आधा घंटे तक वहां रूके । उन्होंने उससे घटनाक्रम को दोहराने और उन स्थानों को याद करने के लिये कहा जहां उत्पीड़न हुआ था ।’’
पुलिस के जाते ही प्रदर्शन की अगुवाई कर रही पहलवान विनेश फोगाट ने ट्वीट करके इन मीडिया रपटों पर निराशा जताई जिनमें दावा किया गया था कि पहलवान समझौते के लिये डब्ल्यूएफआई कार्यालय पहुंचे हैं ।
उन्होंने कहा ,‘‘ यह बृजभूषण की ताकत है । वह अपने बाहुबल, राजनीतिक ताकत और झूठे नरैटिव चलवाकर महिला पहलवानों को परेशान करने में लगा हुआ है इसलिये उसकी गिरफ्तारी जरूरी है । पुलिस हमें तोड़ने की बजाय उसको गिरफ्तार कर ले तो इंसाफ की उम्मीद है, वरना नहीं ।’’
उन्होंने आगे लिखा ,‘‘ महिला पहलवान पुलिस जांच के लिये अपराध स्थल पर गई थी लेकिन मीडिया में चलाया गया कि वह समझौता करने गई हैं।’’
बजरंग पूनिया ने भी यही ट्वीट किया है ।
दिल्ली पुलिस का विशेष जांच दल (एसआईटी) उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से भाजपा सांसद और डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ यौन उत्पीड़न के मामले की जांच कर रहा है । जांच रिपोर्ट अगले हफ्ते तक जमा करने की उम्मीद है ।
जांच के तहत एसआईटी ने 180 से अधिक लोगों से पूछताछ की है ।
दिल्ली पुलिस ने मामले में दो एफआईआर दर्ज की है ।
भाषा
Source: PTI News