नयी दिल्ली, 18 मई (भाषा) आईलीग चैंपियन राउंडग्लास पंजाब एफसी का शीर्ष स्तरीय इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में खेलना गुरुवार को पक्का हो गया जब क्लब ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) से जरूरी लाइसेंसिंग मापदंड हासिल कर लिए।
गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मुलाकात करने वाली एआईएफएफ की क्लब लाइसेंसिंग समिति ने पंजाब एफसी को प्रीमियर एक लाइसेंस प्रदान किया जो आईएसएल में खेलने के लिए आवश्यक है।
पंजाब एफसी आईलीग 2022-23 में चैंपियन बना और अब वे आईएसएल 2023-24 में खेलेंगे। राउंडग्लास स्पोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के अप्रैल 2020 में तत्कालीन मिनर्वा पंजाब एफसी का अधिग्रहण करने के बाद क्लब अस्तित्व में आया और इसे राउंडग्लास पंजाब एफसी नाम दिया गया।
एआईएफएफ ने बयान में कहा, ‘‘मुंबई सिटी एफसी, एटीके मोहन बागान एफसी, एफसी गोवा, जमशेदपुर एफसी, बेंगलुरू एफसी, चेन्नईयिन एफसी, ओडिशा एफसी, केरला ब्लास्टर्स एफसी और पंजाब एफसी को आईसीएलएस प्रीमियर एक लाइसेंस दिए गए हैं।’’
बयान के अनुसार, ‘‘पंजाब एफसी को 2022-23 सत्र में आईलीग चैंपियन होने के आधार पर प्रीमियर एक लाइसेंस हासिल करने के बाद 2023-24 आईएसएल में पदोन्नत किया गया है।’’
आईएसएल क्लब नॉर्थईस्ट यूनाइटेड एफसी, हैदराबाद एफसी और ईस्ट बंगाल एफसी को कई ‘ए’ मापदंड हासिल करने में नाकाम रहने के कारण लाइसेंस नहीं मिला।
इंडियन क्लब लाइसेंसिंग प्रणाली एक वार्षिक प्रक्रिया है जिसके माध्यम से क्लब को प्रत्येक सत्र के लिए राष्ट्रीय और एएफसी क्लब प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए अनिवार्य लाइसेंस प्राप्त होता है।
नवीनतम नियमों के तहत आईएसएल क्लबों का ‘आईसीएलएस प्रीमियर एक’ लाइसेंस के लिए आवेदन करना आवश्यक है जो उन्हें सभी एएफसी क्लब प्रतियोगिताओं (क्वालीफिकेशन पर निर्भर) और आईएसएल में भागीदारी की स्वीकृति देता है।
आईलीग क्लबों का ‘आईसीएलएस प्रीमियर दो’ लाइसेंस के लिए आवेदन करना आवश्यक है जो उन्हें एएफसी कप (क्वालीफिकेशन पर निर्भर) और आईलीग में भागीदारी की स्वीकृति देता है।
क्लब लाइसेंसिंग प्रक्रिया 2023-24 के तहत 12 क्लबों ने प्रीमियर एक लाइसेंस के लिए आवेदन किया था।
Source: PTI News