बेंगलुरु, पांच अक्टूबर (हॉकी न्यूज़) भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड ने कहा कि तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक कांस्य पदक जीतने के बाद मौजूदा राष्ट्रीय शिविर में भविष्य की प्राथमिकताएं तय करने पर ध्यान दिया जाएगा।
कोच ने कोविड-19 महामारी के कारण कई चुनौतियों का सामना करने के बावजूद तोक्यो ओलंपिक से पहले भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) बेंगलुरु केंद्र द्वारा खिलाड़ियों को दिए गए समर्थन पर खुशी व्यक्त की।
रीड ने कहा, ‘‘ सभी खिलाड़ी प्रशिक्षण फिर से शुरू करने के लिए उत्साहित हैं और हम भविष्य के मैचों पर ध्यान दे रहे हैं।’’
तोक्यो ओलंपिक की सफलता के बाद खिलाड़ी छुट्टी पर थे। भारतीय हॉकी खिलाड़ियों ने सोमवार को यहां प्रशिक्षण फिर से शुरू किया।
साइ द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, शिविर में कोविड से संबंधित प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जा रहा था।
विज्ञप्ति में बताया गया कि सभी खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ का रैपिड एंटीजन टेस्ट (आरएटी) हुआ है और वे पृथकवास नियम के अनुसार अलग-अलग कमरों में रह रहे हैं।
साइ ने कहा, ‘‘ वे अलग समय पर आउटडोर ( बाहर खुले क्षेत्र में) अभ्यास कर रहे है। वे साइ बेंगलुरु में अन्य शिविरों में शामिल खिलाड़ियों से घुलमिल नहीं रहे हैं। साइ के संशोधित एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) में बाहर अभ्यास करने की अनुमति है।’’
भारतीय टीम के सहायक कोच पीयूष दुबे ने कहा कि खिलाड़ी अब भविष्य की व्यस्तताओं पर ध्यान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ फिलहाल हमारा पूरा ध्यान इस साल दिसंबर में होने वाली एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी पर है और इस महीने के लंबे शिविर में मुख्य रूप से खिलाड़ियों की शारीरिक स्थिति में सुधार पर ध्यान दिया जाएगा।’’
टीम के दिसंबर में ढाका में होने वाली एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भाग लेने की संभावना है, इसके बाद अगले साल जुलाई-अगस्त में बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेल और सितंबर 2022 में चीन में एशियाई खेल होने हैं।
भारत का अगला बड़ा कार्यक्रम जनवरी 2023 में अपने घर में एफआईएच विश्व कप होगा। इसके बाद 2024 में पेरिस ओलंपिक है।
भारतीय कप्तान मनप्रीत सिंह ने तोक्यो ओलंपिक से पहले लंबी अवधि के प्रशिक्षण शिविर के दौरान उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान करने के लिए साइ बेंगलुरु के अधिकारियों और कर्मचारियों को धन्यवाद दिया।
भाषा