मेलबर्न, आठ दिसंबर ( भाषा ) आस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने देश के क्रिकेट बोर्ड पर दोहरे मानदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गेंद से छेड़खानी मामले के बाद डेविड वॉर्नर को ‘बलि का बकरा’ बनाया गया ।
उस प्रकरण के चार साल बाद वॉर्नर पर अभी भी कप्तानी को लेकर आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ है जबकि उस मामले में वॉर्नर के समान ही दोषी रहे स्टीव स्मिथ वेस्टइंडीज के खिलाफ दिन रात के टेस्ट में कप्तानी कर रहे हैं ।
वॉर्नर ने नाराजगी में बुधवार को कप्तानी से आजीवन प्रतिबंध हटाने के लिये अपना आवेदन वापिस ले लिया ।
क्लार्क ने बिग स्पोटर्स ब्रेकफास्ट में कहा ,‘‘ वह निराश और दुखी है । वह इस बात से और भी दुखी होगा कि स्टीव स्मिथ को टेस्ट कप्तानी का मौका दिया जा रहा है ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मैं उसकी निराशा समझ सकता हूं । उसे कप्तानी से वंचित कर दिया गया । बोर्ड का रवैया भी अस्थिर रहा है । यह अविश्वसनीय है कि एक के लिये कुछ और नियम और दूसरे के लिये कुछ और । अगर बोर्ड को लगता है कि दक्षिण अफ्रीका में उस मामले में शामिल सभी लोगों को कप्तानी से परे रखा जायेगा तो यह उचित होता ।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ लेकिन वॉर्नर पर प्रतिबंध बरकरार है और स्मिथ को कप्तान बना दिया गया है या कैमरून बेनक्रॉफ्ट को भी मौका मिल जाये तो फिर वॉर्नर को क्यो नहीं । उसे बलि का बकरा बनाया गया है ।’’
Source: PTI News